हमीरपुर न्यूज़: कानपुर से सागर मध्यप्रदेश को जोड़ने वाला नेशनल हाइवे 34 जिसने अब तक हमीरपुर जिले के 1200 लोगों की जान ले ली। वह ना तो फोर लेन ही है और ना ही इसपर डिवाइडर ही बना है। जिसपर अब तक होने वाले हादसों में 95 प्रतिशत हादसे आमने सामने हुए हैं। इस हाइवे पर डिवाइडर बने इसकी मांग बीते काफी अरसे से होती चली आई है। जिसने अब एक बार फिर तेज़ी पकड़ ली है। और आन्दोलन का रूप ले रही है। हमीरपुर से होकर गुजरने वाले नेशनल हाइवे 34 पर हादसे तो रोज होते हैं। जिसमें किसी ना किसी की जान भी जाती रहती है। लेकीन बीते तीन दिन पहले यहां एक भीषण हादसा हुआ था, जिसमें 9 लोगों की मौत हुई थी, तो वहीं हादसे का शिकार हुए तीन लोग ऐसे थे जो एक ही परिवार के थे। इस दिल दहला देने वाले हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया था और उसी दिन से युवाओं ने हाइवे पर डिवाइडर बनवाने की मांग शुरू कर दी थी, जो अब आन्दोलन की शक्ल लेने लगी है। आज सैकड़ों युवाओं ने एकत्रित होकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है, और मांग की है कि नेशनल हाइवे को फोर लेन करवाते हुए इसमें डिवाइडर बनवाया जाए।
तहसील परिसर में एकत्रित हुए लोगों ने कहा की अभी तक हम लोग बहुत सारे अपने लोगों को खो चुके हैं और अब आगे किसी को खोना नहीं चाहते। इसलिए अब यह आन्दोलन तभी थमेगा जब एनएच फोर लेन हो जाएगा और इसपर डिवाइडर बन जाएगा। इस मिशन में हमीरपुर मुख्यालय साहिर सुमेरपुर और मौदहा सहित आस-पास गावों के लोग को जुड़े ही हैं, अगल बगल के जनपद महोबा और कानपुर में घाटमपुर इलाके के लोग भी हाइवे पर डिवाइडर बनवाने की मांग कर रहे हैं। अधिवक्ता और समाजसेवी विजय द्विवेदी का कहना है की 30 जून से एक आन्दोलन चलाया जाएगा को कानपुर से लेकर महोबा तक चलेगा, इस आन्दोलन में धरना प्रदर्शन बाइक यात्रा और कैंडिल मार्च शामिल होगा।