देश की पहली महिला सीआरबी जया वर्मा सिन्हा, एसएमसी और इलाहाबाद विवि से की है पढ़ाई

Update: 2023-09-01 09:05 GMT
देश की पहली महिला चेयरमैन रेलवे बोर्ड (सीआरबी) जया वर्मा सिन्हा का संगमनगरी से गहरा रिश्ता रहा। प्रयागराज में ही उनका जन्म हुआ। स्कूली शिक्षा से लेकर स्नातक एवं परास्नातक भी उन्होंने प्रयागराज से ही किया। उनके पिता वीबी वर्मा सीएजी ऑफिस में क्लास वन अफसर रहे। इसी तरह उनके बड़े भाई जयदीप वर्मा भी यूपी रोडवेज में क्लास वन अफसर रहे। सेवानिवृत्त होने के बाद फिलहाल वह लखनऊ में ही अपने परिवार के साथ रह रहे हैं।
 प्रयागराज में जन्मीं जया का पैतृक निवास अल्लापुर स्थित बाघंबरी हाउसिंग स्कीम में है। बचपन से ही मेधावी रहीं जया की स्कूली शिक्षा सेंट मेरी काॅन्वेंट इंटर काॅलेज से हुई। उसके बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीएससी (पीसीएम) की। उन्होंने परास्नातक की पढ़ाई भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ही की। यहां से उन्होंने मनोविज्ञान से परास्नातक किया। जया के बड़े भाई जयदीप वर्मा भी यूपी रोडवेज में क्लास वन अफसर रहे। प्रयागराज में भी जयदीप ने कई वर्ष यूपी रोडवेज के सेवा प्रबंधक के रूप में काम किया। जय वर्मा जो इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सर्विस की 1986 बैच की आईआरटीएस अफसर हैं। 1988 में उनकी रेल सेवा शुरू हुई।
 भाई ने कहा- हम सबके लिए गौरव की बात
जया के बड़े भाई जयदीप वर्मा ने बताया कि रेलवे बोर्ड की पहली महिला सीईओ और अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करना हम सभी के लिए गौरव की बात है। इससे प्रयागराज का भी मान बढ़ा है। जयदीप ने बताया कि उनके पिता वीबी वर्मा और मां सावित्री वर्मा ने हम दोनों ही भाई बहनों को अच्छे संस्कार दिए। कहा कि रक्षाबंधन के मौके पर वह अपनी बहन से मिलने गए थे। वहीं उन्हें यह खुशखबरी मिली। कहा कि जया का अब प्रयागराज में आना कम हो पाता है। पिछले माह वह सदस्य रेलवे बोर्ड के तौर पर उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय पहुंची थीं। वहां अफसरों के साथ उनकी विभागीय बैठक भी हुई।
 बेहतरीन फोटोग्राफर भी हैं जया वर्मा
जया वर्मा एक अच्छी फोटोग्राफर भी हैं। खासतौर से उन्हें पक्षियों की फोटो लेना खासा पसंद है। उनके पास पक्षियों की फोटो का एक अच्छा कलेक्शन भी है। उनकी संगीत में भी रुचि है। किशोर कुमार के गाने सुनना उन्हें बेहद पसंद है। जया के पति नीरज सिन्हा आईपीएस हैं। उनकी तैनाती बिहार के पटना में डीजी नागरिक सुरक्षा के पद पर है। उनकी एक बेटी है। उसका नाम अवनिका सिन्हा है। वही दिल्ली में ही पढ़ाई कर रही है।
30 सितंबर को होने वाली थीं रिटायर
रेलवे बोर्ड में सीआरबी/सीईओ का कार्यभार जया सिन्हा एक सितंबर को संभाल सकती है। उनका कार्यकाल 31 अगस्त, 2024 तक होगा। बता दें कि जया सिन्हा एक अक्टूबर को सेवानिवृत्त होने वाली हैं, लेकिन उनका कार्यकाल अब 31 अगस्त 2024 तक के लिए बढ़ा दिया गया है। वह अनिल कुमार लाहोटी की जगह लेंगी। जया उत्तर मध्य रेलवे के कानपुर में वर्ष 1990 में बतौर एसीएम के पद पर कार्य कर चुकी हैं। हालांकि तब कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन उत्तर रेलवे के इलाहाबाद मंडल (अब प्रयागराज मंडल) के अधीन था। हालांकि अब भी कानपुर स्टेशन अब भी प्रयागराज मंडल में ही है, लेकिन जोन उत्तर मध्य रेलवे हो गया है।
कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुकी हैं जया
जया वर्मा सिन्हा रेलवे के तमाम महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुकी हैं। उन्होंने चार वर्षों तक बांग्लादेश के ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग में रेलवे सलाहकार के रूप में भी काम किया। बांग्लादेश में उनके कार्यकाल के दौरान कोलकाता से ढाका तक मैत्री एक्सप्रेस का उद्घाटन हुआ। उन्होंने पूर्वी रेलवे, सियालदह डिवीजन के डीआरएम के रूप में भी काम किया। वह सीसीएम ईस्टर्न रेलवे भी रहीं। इसके अलावा, भारतीय रेलवे ने विजयवाड़ा डिवीजन में गुडुर - मनुबोलू रेलवे स्टेशनों के बीच एक नए रेल फ्लाईओवर यानी रेल ओवर रेल (आरओआर) का निर्माण के साथ उसे बाद में चालू भी करवाया।
इविवि कुलपति ने कहा- यह विवि के लिए गर्व की बात
जया वर्मा सिन्हा को ह्रदय से बधाई देती हूं। यह इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है कि यहां से पुरा छात्रों में से एक और ने सर्वोच्च पद प्राप्त किया। यह अधिक प्रशंसनीय है क्योंकि वह इस पद पर आसीन होने वाली पहली महिला हैं।00 प्रो. संगीता श्रीवास्तव, कुलपति, इलाहाबाद विश्वविद्यालय।
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