हापुड़ रोड पर सीएमओ और एमडीए की टीम ने इस हॉस्पिटल पर लगा दी थी सील, हॉस्पिटल फिर चालू
मेरठ न्यूज़: एक वर्ष पहले सीएमओ और मेरठ विकास प्राधिकरण की तरफ से हापुड़ रोड पर स्थित हॉस्पिटल पर सील लगा दी थी। वर्तमान में भी कुछ हॉस्पिटल बंद है,उन पर भी आवास विकास परिषद की तरफ से सील लगाई गयी हैं, लेकिन कुछ हॉस्पिटल मालिकों ने अस्पताल को खोलने का नायब तरीका खोज निकाला है। हॉस्पिटल का नाम बदल दिया, लेकिन काम जो पहले था, वहीं है। एक साल पहले मेवाती हॉस्पिटल पर सील लगाई थी। मेरठ विकास प्राधिकरण और सीएमओ की संयुक्त कार्रवाई इस हॉस्पिटल पर की गई थी। बिल्डिंग को प्राधिकरण ने अवैध माना था। क्योंकि आवासीय क्षेत्र में व्यवसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही थी। बिल्डिंग का कोई मानचित्र स्वीकृत नहीं था।
इसको लेकर हापुड़ रोड स्थित फेमस प्लाजा में मेवाती हॉस्पिटल पर सील लगाई थी। स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत के चलते सील लगने के कुछ दिन बाद ही इसका नाम बदलकर एनएच केयर हॉस्पिटल नाम से चालू कर दिया। वर्तमान में भी इसी नाम से हॉस्पिटल चल रहा है। इसके बाद इस हॉस्पिटल को नहीं कोई देखने वाला है और नहीं कोई सुनने वाला है। इस तरह से सरकारी सिस्टम काम कर रहा हैं। सील क्यों लगी थी? सील लगने के बाद क्या बिल्डिंग का मानचित्र स्वीकृत कराया गया हैं। हॉस्पिटल के मानक नाम बदलने से पूरे कर लिये गए? इस तरह से नाम बदला पर काम नहीं, हॉस्पिटल चालू है। इसको लेकर भी सीएमओ और मेरठ विकास प्राधिकरण के अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। जब सील लगी थी तो फिर सील कैसे खुली? इसके पीछे कौन रसूखदार व्यक्ति हैं, जिसने सील खुलवा दी और मानक एक भी पूरा नहीं किया।