शाहगंज के आजम पाड़ा निवासी मुस्लिम युवक नवाब गुल चमन शेरवानी ने राष्ट्रीय ध्वज के रंग में रंगा तिरंगा ताजिया बनाया है। ये ताजिया इन दिनों आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
देश में स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। हर घर तिरंगा अभियान से जुड़कर पूरे देश में लोग अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने की तैयारी में हैं, तो वहीं ताजनगरी आगरा में ताजिए को पूरी तरह से तिरंगे के रंग से सजा दिया गया है।
मोहब्बत की नगरी आगरा में राष्ट्रगीत वंदे मातरम तथा तिरंगा प्रेम के चलते सुर्खियों में आए शाहगंज के आजम पाड़ा निवासी मुस्लिम युवक नवाब गुल चमन शेरवानी ने राष्ट्रीय ध्वज के रंग में रंगा तिरंगा ताजिया बनाया है। ये ताजिया इन दिनों आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। बता दें नवाब गुल चमन शेरवानी राष्ट्रगीत वंदे मातरम गाने के बाद सुर्खियों में आए थे। उन्होंने राष्ट्रगीत वंदे मातरम के विरुद्ध फतवा जारी करने वाले देश के 10 बड़े मौलानाओं पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने की मांग करते हुए भूख हड़ताल की थी, जिसका देश भर के मुसलमानों ने भारी विरोध किया था।
बकरे के चित्र वाला केक काटकर मनाई थी बकरा ईद
हाल ही में शेरवानी ने बकरे के चित्र वाला केक काटकर बकरा ईद मनाई थी। आगरा के शहर मुफ्ती ने शेरवानी के विरुद्ध फतवा जारी करते हुए कहा था कि मरने के बाद उन्हें कब्रिस्तान में दफनाया नहीं जाए। उसके बाद भी शेरवानी का हौसला कम नहीं हो रहा है। शेरवानी का कहना है कि मेरा मजाक और वतन आमने सामने नहीं है, एक साथ खड़े हैं।
अनेकों बार हो चुकी है मारपीट
शेरवानी का राष्ट्रवादी मुस्लिम तिरंगा परिवार गणतंत्र दिवस स्वतंत्र दिवस तथा राष्ट्रगीत वंदे मातरम की वर्षगांठ 7 सितंबर पर हर साल भारत माता की प्रतिमा दीवानी चौराहे पर जाते हैं। यहां भारत माता के चरणों में नमन करते हुए देश में अमन चैन की दुआ करते हुए नमाज अदा करते हैं। शेरवानी के इस तरह कारनामे के चलते उनके साथ अनेकों बार मारपीट भी हो चुकी है।