प्रतापगढ़ न्यूज़: मानधाता-प्रतापगढ़ मार्ग पर भगवतगंज बाजार में गेट के सामने खड़े तीन साल के मासूम असंतुलिस बस की चपेट में आ गया. कुचलने के बाद उसका शव दस मीटर दूर जा गिरा. चचेरे भाई ने बस में चढ़ने का प्रयास किया तो आरोप है कि ड्राइवर, खलासी ने रॉड से मारकर उसका सिर फोड़ दिया. घटना से आक्रोशित लोगो ने चक्काजाम कर दिया.
मानधाता थाना क्षेत्र के हरचेतपुर भगवतगंज बाजार निवासी शिवप्रताप सोनी सर्राफ का काम करते हैं. उनका घर सड़क किनारे है. इकलौता बेटा आरव (3) सुबह 9.45 बजे घर के गेट के बाहर खड़ा था. तभी मानधाता से प्रतापगढ़ जा रही प्राइवेट बस की चपेट में आ गया और उसका शव दस मीटर दूर जा गिरा. परिजन पहुंचे और तो देखा सिर कुचलने से उसकी मौत हो गई थी. शिवप्रताप का भतीजा आकाश (20) भागकर बस पर चढ़ने का प्रयास किया तो आरोप है कि ड्राइवर और खलासी ने उस पर रॉड से प्रहार कर दिया. इससे वह बेहोश हो गया. ड्राइवर व खलासी शहर की ओर भाग निकले. घटना से आक्रोशित लोगों ने घर के पास ही सड़क पर पेड़ की डाल रखकर जाम लगा दिया. सीओ रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी, एसओ पुष्पेंद्र सिंह फोर्स के साथ पहुंचे तो लोग ड्राइवर को मौके पर बुलाने की मांग करने लगे, हालांकि पुलिस वाले उसे मौके पर ले आने को तैयार नहीं हुए. करीब डेढ़ घंटे बाद एफआईआर दर्ज की गई.
बच्चे को मांस के लोथड़े में देख हर किसी में रोष
ग्रामीण इलाके के भगवतगंज बाजार में सुबह पौने दस बजे बहुत अधिक चहल-पहल नहीं थी. हादसे की सूचना पर पहुंचे लोग हंसते बच्चे को मांस लोथड़े में बदला देख आक्रोशित हो गए. मासूम की बड़ी मां बेहोश हो गई तो उसे मेडिकल कॉलेज ले जाना पड़ा. घर में छोटा होने के कारण शिवप्रताप सोनी का तीन साल का इकलौता बेटा आरव सबका दुलारा था. अचानक बस की चपेट में आने से उसकी मौत ने परिजनों के साथ ही बाजार के लोगों को भी झकझोर दिया.