कृष्ण नगरी मथुरा का माहौल गरम, जिले में धारा 144 लागू, सीआरपीएफ DG की रिपोर्ट ने उड़ाई सुरक्षा एजेंसियों की नींद

जानिए ऐसा क्या है रिपोर्ट में....

Update: 2021-11-30 09:08 GMT

मथुरा: मथुरा में तनाव को लेकर सीआरपीएफ महानिदेशक की रिपोर्ट ने केद्रींय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियो के होश उड़ा दिए हैं. इस रिपोर्ट को लेकर खुफिया और सुरक्षा एजेंसियो का मंथन लगातार जारी है. सीआरपीएफ निदेशक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एक संप्रदाय विशेष की इबादतगाह मे संदिग्ध गतिविधियां शुरू हो गयी है और संदिग्ध लोग सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं. वहीं यह भी कहा गया है कि कानून व्यवस्था बिगड़ने की भी संभावना है. दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश सरकार ने किसी भी प्रकार की घटना को रोकने के लिए कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और विवादास्पद पूरे इलाके मे धारा 144 लगा दी गई है.

इस मामले मे एक संप्रदाय ने दूसरे संप्रदाय के इबादतगाह के खिलाफ कार सेवा किए जाने और 6 दिसंबर को उसे पवित्र किए जाने जैसे बयान दिए थे. जैसे ही स्थानीय प्रशासन को यह खबर लगी यूपी सरकार पूरी तरह से चौकन्नी हो गई और आनन-फानन में प्रशासन ने अनेक कदम भी उठा लिए. स्थानीय डीएम और एसएसपी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि ऐसी किसी भी घटना से निबटने के लिए व्यापक उपाय किए गए हैं. उन्होने स्थानीय जनमानस से भी किसी भी अफवाह पर विश्वास न करने के लिए कहा. साथ ही लोगो को चेतावनी भी दी कि यदि सोशल मीडिया आदि पर यदि किसी ने अफवाह आदि फैलाने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
इस बीच 24 नवबंर 2021 को सीआरपीएफ महानिदेशक की तरफ से मथुरा को लेकर एक विशेष रिपोर्ट केंद्र को भेजी गई इस रिपोर्ट मे कहा गया कि मथुरा के हालात ठीक नही हैं और वहां कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की भी संभावना है. इस रिपोर्ट ने केंद्रीय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ा दिए हैं. ध्यान रहे कि सीआरपीएफ की यूपी में कानून व्यवस्था में सहयोग करने के लिए अनेक कंपनिया मौजूद हैं और उन्हीं के आकलन के आधार पर डीजी सीआऱपीएफ ने ये रिपोर्ट भेजी. सीआरपीएफ महानिदेशक ने मथुरा के हालातों को लेकर गंभीर आकलन किए हैं.
रिपोर्ट मे कहा गया है कि जब से यह तनाव शुरू हुआ है मथुरा के एक संप्रदाय विशेष की इबादतगाह में लोगों की संख्या बढ गई है. यह भी सूचना दी गई है इनमें अनेक लोगों की गतिविधियां बेहद संदेहास्पद है और संभवत ये लोग छिप-छिपकर इबादतगाह की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं कि कितने-कितने जवान कहां तैनात हैं, पूरी सुरक्षा व्यवस्था क्या है.
सीआरपीएफ महानिदेशक के इस आकलन को लेकर केंद्रीय खुफिया एजेंसियो की अनेक टीमों ने मथुरा और आसपास के इलाको में डेरा जमा लिया है और हर घटनाक्रम पर उनकी चौकन्नी निगाहें हैं. वहीं स्थानीय प्रशासन ने भी 6 दिसंबर की टाइमलाइन को लेकर अपनी कमर कस ली है. सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में मथुरा की सुरक्षा और मजबूत की जा सकती है और वहां पर स्थानीय पुलिस के अलावा केंद्रीय सुरक्षा बलों में भी इजाफा किया जा सकता है.


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