लखनऊ न्यूज़: पारा के खुशहालगंज में की दोपहर तीन मजदूरों ने एक हजार रुपये चोरी करने के शक में 14 साल के इन्द्रजीत यादव की गला दबा कर हत्या कर दी. फिर पुलिस को उलझाने के लिये इन्द्रजीत के शव को पेड़ से टांग कर खुदकुशी बताने की कोशिश की. इसी बीच इन्द्रजीत के साथ रहे 10 साल के बच्चे ने गांव वालों को मजदूरों द्वारा पीटे जाने की बात बतायी. इस पर वहां पहुंचे ग्रामीणों ने तीनों मजदूरों को खूब पीटा.
पुलिस बड़ी मुश्किल से तीनों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ा कर पारा कोतवाली ले गई. इन्द्रजीत के पिता इंदल ने तीनों मजदूरों रोमियो, राजू यादव और राजेन्द्र रावत के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है. वहीं एडीसीपी चिंरजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि तीनों आरोपित मजदूरों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है. इनको गिरफ्तार कर लिया गया है.
खुशहालगंज में रहने वाले इंदल यादव का बेटा इंद्रजीत यादव (14) गांव में रहने वाले अनूप (10) के साथ साइकिल से खाली मैदान पर खेलने गया था. यहीं पास ही में एक निर्माणाधीन मकान में मजदूर काम कर रहे थे. दोनों बच्चों को देख मजदूर उनके पास आये. इसी समय इन्द्रजीत के हाथ में चूरन वाले पांच-पांच सौ रुपये के नोट थे.
मजदूर रोमिया ने कहा कि उसके एक हजार रुपये गिर गये थे. ये रुपये वहीं है. यह कहकर रोमिया के साथ आये मजदूर राजेन्द्र रावत व राजू ने उसकी पिटाई शुरू कर दी.
गुस्साये ग्रामीणों ने मजदूरों पर हमला बोला
गुस्साये ग्रामीणों ने काम कर रहे मजदूरों पर हमला बोल दिया. मजदूर रोमिया वहां से बचकर भागा लेकिन उसे भी ग्रामीणों ने पकड़ लिया. तीनों मजदूरों को पीट दिया. एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा, एसीपी दिलीप सिंह भी वहां पहुंचे. पुलिस ने बड़ी मुश्किल से मजदूरों को छुड़ाया.
साइकिल लेने आया तो इन्द्रजीत को पीटा
कुछ देर बाद इन्द्रजीत अपनी साइकिल लेने के लिये मैदान में पहुंचा तो तीनों मजदूरों ने उसे पकड़ लिया. आरोप है कि राजू ने उसकी पिटाई की, फिर उसका गला दबा दिया. उसकी मौत होने पर मजदूरों ने उसके शव को बाग में पेड़ से लटका दिया.
साइकिल छीनकर रख ली
मजदूरों ने साइकिल छीन ली. किसी तरह इन्द्रजीत व अनूप वहां से भाग निकले. मजदूरों ने पीछा भी किया और घर के पास तक गये. पर, दोनों वहां नहीं मिले. यहां मजूदरों ने बच्चों के बारे में पूछा लेकिन किसी ने कुछ नहीं बताया. फिर दोनों लौट आये.