वाराणसी: डीएम एस. राजलिंगम ने सदर तहसील में मतदाता पंजीकरण सेंटर (वीआरसी) में फाइलों का रखरखाव ठीक नहीं मिलने पर एडीएम प्रशासन को तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान उन्होंने खतौनी के डिजिटलाइजेशन का भी जायजा लिया.
उन्होंने माइग्रेटेड या अन्य जगहों पर शिफ्ट हुए लोगों के नाम का जोड़ने, हटाने की भी फाइलें देखी और एडीएम प्रशासन को ठीक कराने का निर्देश दिया. तहसीलदार से कहा कि लेमिनेटेड फाइल में रिकार्ड रखें. खतौनी डिजिटाइजेशन को लेकर कहा कि एक गांव की खतौनी को 4 या 5 भाग में बांट कर पेजवाइज़ दे दें. आपरेटर और लेखपाल को तैनात कर तेजी से खतौनी का डिजिटाइजेशन कराएं. इससे पहले जिला रायफल क्लब सभागार में बैठक में डीएम ने मददाता सूची पुनरीक्षण की बैठक में सुपरविजन के पैरामीटर बताए. कहा कि इपिक रेशियो 60 फीसदी से ऊपर न हो. दक्षिणी विस क्षेत्र में इपिक रेशियो में गलती मिलने पर एईआरओ को प्रतिकूल प्रविष्टि और सुपरवाइजर को चार्जशीट का निर्देश दिया.
मीटर लगाने के नाम पर 500 वसूले
बिजली मीटर लगाने के नाम पर उपभोक्ता से 500 रुपये वसूलने का वीडियो वायरल हो गया. पीड़ित ने मामले की शिकायत मुख्य अभियंता आनंद प्रकाश से की है. साथ ही वीडियो क्लिप भी दी. मामले की जांच एसई को सौंपी गई है.
आरोप है कि जूनियर मीटर टेस्टर (जेएमटी) ने पैसे न देने पर मीटर उखाड़ ले जाने की धमकी भी दी.
चीफ अनिल वर्मा ने बताया कि बीबीहटिया में विश्वनाथ यादव का मकान है. तीन दिन पहले बिजली मीटर का डिस्प्ले खराब हो गया था. विश्वनाथ का आरोप है कि जेएमटी ने मीटर लगने के बाद 500 रुपये ले लिये.