ताजगंज पुलिस ने अवैध पिस्टल रखने में पीएसी सिपाही को भेजा जेल

पीएसी के शिविर पाल की तहरीर पर उसके खिलाफ मुकदमा लिखा गया

Update: 2024-04-24 07:14 GMT

आगरा: वीं वाहिनी पीएसी में तैनात सिपाही गौरीशंकर को ताजगंज पुलिस ने जेल भेजा है. उसकी कार में अवैध पिस्टल और दरोगा की पी कैप मिली. दोनों कहां से आईं इसका उसके पास कोई संतोषजनक जवाब नहीं था. पीएसी के शिविर पाल की तहरीर पर उसके खिलाफ मुकदमा लिखा गया. कार सिपाही को दहेज में मिली थी. पत्नी से विवाद के चलते ससुरालीजन उसे वापस लेने आए थे.

इंस्पेक्टर ताजगंज जसवीर सिंह ने बताया कि गांव वीरपुरा, गभाना (अलीगढ़) निवासी गौरीशंकर वर्ष 2019 बैच का सिपाही है. पत्नी मोना कुमारी से उसका विवाद चल रहा है. ससुराल पक्ष के कुछ लोग वार्ता करने आए थे. पंचायत हुई. गौरीशंकर को दहेज में क्रेटा गाड़ी मिली थी. ससुरालीजन उसे वापस लेकर जाना चाहते थे. पंचायत में आम सहमति बनी. कार मेट्रो स्टेशन की पार्किंग में खड़ी थी. ससुरालवाले उसे लेने आए. कार में रखा सामान बाहर निकाला जा रहा था. उस दौरान पीएसी वाले भी मौजूद थे. कार में एक पिस्टल और दरोगा की पी कैप मिली.

रौब और टोल बचाने को रखते हैं दरोगा की टोपी: पीएसी सिपाही ही नहीं कई लोग अपनी गाड़ियों में दरोगा वाली पी कैप रखते हैं. इसके पीछे कई कारण हैं. पहला मकसद तो टोल बचाना है. डैश बोर्ड पर टोपी देखकर टोल कर्मी ज्यादा सवाल-जवाब नहीं करते हैं. गाड़ी निकल जाती है. वर्दी का रौब होता है. गाड़ी में टोपी देखकर सड़क पर कोई बेवजह नहीं उलझता.

ताकि लोग उसे दरोगा समझें: पिस्टल के बारे में गौरीशंकर से पूछा गया. वह कुछ बताने को तैयार नहीं हुआ. सूचना पर पुलिस पहुंची. पुलिस ने सिपाही से कैप और पिस्टल के बारे में पूछा. कैप के बारे में उसने यह बताया कि कार गाड़ी के डैश बोर्ड पर रखकर चलता था. ताकि लोग उसे दरोगा समझें. पिस्टल के बारे में उसने कुछ भी नहीं बताया. छानबीन में यह भी पता चला कि वह ड्यूटी से गैर हाजिर रह चुका है. विभागीय जांच में उसे दंड भी मिला है. उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट और लोक सेवक का प्रतिरूपण करने की धारा के तहत मुकदमा लिखा गया. पुलिस ने कोर्ट में पेश कर उसे जेल भेज दिया.

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