मेरठ: दिल्ली और मेरठ के बीच दौड़ने वाली देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन रैपिड के किराए को लेकर संशय जारी है। अगले महीने प्राथमिक खंड पर रैपिड दौड़नी है, लेकिन अभी तक भी किराए को लेकर कोई अन्तिम फैसला नहीं हो पाया है।
हालांकि चर्चा इस बात की भी है कि रैपिड का किराया दो रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से हो सकता है। उधर, एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने किराए पर कोई भी कमेंट देने से यह कहते हुए पहले ही इंकार कर दिया था कि किराया तय करना सरकार की जिम्मेदारी है।
हालांकि इस समय जो चर्चाएं चल रही हैं कि उसमें यह कहा जा रहा है कि रैपिड में सफर करने वाले यात्री को दो रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया देना होगा। इस प्रकार से दिल्ली से मेरठ के 82 किलोमीटर के कॉरिडोर पर लगभग 164 रुपये का टिकट लेना होगा।
उधर, एनसीआरटीसी अधिकारियों की ओर से अभी तक भी टिकट दर को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है। टिकट को लेकर जो खबरें छन छन कर बाहर आ रही हैं उसके हिसाब से 82 किलोमीटर लम्बे कॉरिडोर पर लगभग 164 रुपये का टिकट होगा। कार्ड और स्मार्ट डिवाइस के जरिए टिकट हासिल किया जा सकता है।
बताया यह भी जा रहा है कि टिकट दर तय करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि देशवासियों को रैपिड का तोहफा होली से पूर्व मिल सकता है। गौरतलब है कि मार्च में होली है और इसी महीने ही प्राथमिक खंड पर रैपिड का संचालन प्रस्तावित है।
मेरठ में तीन स्टेशन होंगे भूमिगत: आरआरटीएस परियोजना को निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत ही क्रियान्वित किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत मेरठ के तीन स्टेशन (मेरठ सेंट्रल, भैंसाली व बेगमपुल) भूमिगत होंगे। इनमें से मेरठ सेंट्रल और भैंसाली मेरठ मेट्रो के स्टेशन हैं। जबकि बेगमपुल स्टेशन मेरठ मेट्रो के साथ साथ रैपिड का भी स्टेशन होगा। एनसीआरटीसी अधिकारियों के अनुसार मेरठ में मेट्रो कुल 21 किलोमीटर के दायरे में दौड़ेगी और मेरठ मेट्रो के कुल 13 स्टेशन होंगे।
रैपिड: मोदीनगर स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल का निर्माण अंतिम चरण में:
रैपिड के मोदीनगर नॉर्थ स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल की स्लैब कास्टिंग का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है। इसके साथ ही स्टेशन के प्लेटफॉर्म लेवल की स्लैब कास्टिंग का कार्य भी लगभग 40 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। एनसीआरटीसी अधिकारियों के अनुसार इस स्टेशन का निर्माण दिल्ली-मेरठ मुख्य मार्ग के बीच 11 केंटीलीवर पिलर्स पर किया जा रहा है।
स्टेशन में स्लैब कास्टिंग के साथ-साथ सिग्नलिंग और टेलीकॉम उपकरण कक्ष का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है और आॅग्जिलरी सब स्टेशन (एएसएस) कक्ष का निर्माण कार्य आरंभ हो चुका है। रैपिड अधिकारियों के अनुसार शीघ्र ही स्टेशन पर सीढ़ियों और दो प्रवेश और निकास द्वार का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। मोदीनगर नॉर्थ स्टेशन आरआरटीएस की नई यातायात व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
एनसीआरटीसी अधिकारियों ने बताया कि इस 215 मीटर लंबे और 25 मीटर चौड़े एलिवेटेड स्टेशन में तीन लेवल है। पहला ग्राउंड लेवल, दूसरा कॉनकोर्स लेवल और तीसरा प्लेटफॉर्म लेवल है। दिल्ली-मेरठ मार्ग पर परिवहन को किसी प्रकार से बाधित न करते हुए एवं सड़क पर न्यूनतम फुटप्रिंट के साथ इस स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है।
मोदीनगर में यात्रियों की सुविधा के लिए दो आरआरटीएस स्टेशन मोदीनगर नॉर्थ और मोदीनगर साउथ बनाए जा रहे हैं। मोदी नगर में दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के लिए किया जा रहा पिलर निर्माण का कार्य भी अब अपने अंतिम चरण में है। साथ ही तैयार हो चुके पिलर्स पर वायाडक्ट का निर्माण कार्य भी किया जा रहा है।