गाजियाबाद न्यूज़: अकबरपुर -बहरामपुर में 11 साल के बच्चे की चिकनपॉक्स से मौत पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव का सर्वे किया और लोगों को दवाएं बांटी. स्वास्थ्य विभाग की टीम को पीड़ित परिवार मौके पर नहीं मिला. विभाग की ओर से बच्चे के घर के आसपास लगभग 100 घरों में की जांच की गई.
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि बच्चे की मौत के बाद विभाग की टीम को उसके घर भेजा गया था, लेकिन पता चला कि परिवार अपने मूल गांव बिहार चला गया है. एहतियात के तौर पर बच्चे के घर के आसपास लगबग 100 घरों में सर्वे करके सभी की जांच की गई है. सर्वे के दौरान किसी को सामान्य बीमारी भी नहीं मिली है. लेकिन दवाइयां वितरित करवा दी गई हैं. डॉ. गुप्ता ने कहा कि चिकनपॉक्स यदि होता तो बच्चे के संपर्क में आने वाले अन्य लोगों को भी संक्रमण होता या फिर उसके घर के आसपास में भी कोई संक्रमण की चपेट में आता, लेकिन सर्वे के दौरान ऐसा नहीं पाया गया.
इस बात की आशंका है कि बच्चे को चिकनपॉक्स नहीं था. बच्चे को निमोनिया हो सकता है और यह भी हो सकता है कि किसी दवा के रिएक्शन के कारण बच्चे के शरीर पर दाने निकले हों. इस मामले में एमएमजी अस्पताल प्रबंधन से भी रिपोर्ट मांगी गई है.
समाधान दिवस में तीन समस्याएं दूर
जीडीए में समाधान दिवस का आयोजन किया गया. इसमें कुल तीन प्रकरण आए, जिनका निस्तारण कर दिया. अभी तक संपत्ति से संबंधित कुल 343 प्रकरणों का निस्तारण किया जा चुका है.
जीडीए ओएसडी गुंजा सिंह की अध्यक्षता में सुबह 10 से दोपहर दो बजे तक समाधान दिवस लगाया गया. समाधान दिवस में कुल तीन प्रकरण आए. यह सभी म्यूटेशन से संबंधित थे. ओएसडी ने इन आवेदकों की बात सुनी औऱ इनकी समस्या का निस्तारण कराया. वहीं, दूसरी ओर जिन लोगों का संपत्ति को लेकर विवाद कोर्ट में चल रहा है. वह लोग भी अपना काम कराने के लिए समाधान दिवस पहुंच गए. लेकिन ओएसडी ने उन्हें कोर्ट का फैसला नहीं आने तक कोई कार्रवाई करने से मना कर दिया.