बरेली न्यूज़: दिल्ली-लखनऊ हाईवे के फरीदपुर टोल प्लाजा पर टैक्स वसूल करने वाली कंपनी को रोजाना करीब छह लाख का घाटा हो रहा है. एनएचएआई 15 दिन में टोल टैक्स वसूलने के लिए नई कंपनी के चयन की प्रक्रिया पूरी कर लेगा. नई कंपनी के आने तक रणछोड़ इंफ्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड टोल का संचालन करेगी.
12 अप्रैल को फरीदपुर टोल की शुरुआत हुई थी. टोल प्लाजा पर रोजाना करीब 34 लाख की वसूली का अनुमान लगाया गया था. इसी आधार पर रणछोड़ ने टोल का टेंडर लिया था. टोल प्लाजा पर रोजाना करीब 28 लाख की वसूली हो पा रही है. कंपनी ने 14 फरवरी को एनएचएआई के दिल्ली हेडक्वार्टर में जाकर एग्रीमेंट सरेंडर कर दिया. एनएचएआई 25 प्रतिशत बैंक गारंटी जब्त करेगी, जो एक करोड़ है. रणछोड़ ने चार करोड़ की बैंक गारंटी जमा की है. एनएचएआई ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है. रणछोड़ ने भी दोबारा टेंडर डाला है. 10 से 15 दिन में टोल टैक्स वसूलने वाली नई कंपनी के चयन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. एनएचएआई ने कंपनी को 15 दिन तक टोल का संचालन करने को कहा है.
एक महीने तक टोल का संचालन करने को बाध्य
टोल प्लाजा का टेंडर लेने वाली कंपनी को कम से कम एक महीने तक संचालन करना होगा. शर्त न मानने वाली कंपनी को एनएचएआई ब्लैक लिस्ट कर सकती है.
90 ने डाला है नया टेंडर
एनएचएआई सूत्रों के मुताबिक फरीदपुर टोल का टेंडर लेने के लिए 90 कंपनियां अब तक टेंडर डाल चुकी हैं. ये आंकड़ा अभी और बढेगा. अब 28 लाख के आसपास रोजाना टोल टैक्स वसूल करने का टेंडर होगा.