यूपी में सामने आया हैरान कर देने वाला मामला, साबुन में है जानवर की चर्बी
उत्तरप्रदेश: आप हर रोज जो साबुन इस्तेमाल कर रहे हैं, क्या उसमें पशु की चर्बी है? ये सवाल आपको हैरान कर देगा, लेकिन वाकई में ऐसे ही एक मामले का खुलासा यूपी पुलिस ने किया है. पुलिस ने तीन फैक्ट्रियों पर छापामार कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में पशु चर्बी बरामद की है.
दरअसल, मामला उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का है. यहां गुरुवार सुबह थाना देहात कोतवाली पुलिस ने एक ट्रक पकड़ा, जिसमें भारी मात्रा में जानवरों की चर्बी से भरे ड्रम लदे थे. पूछताछ के दौरान सामने आया कि यह ड्रम क्षेत्र में साबुन बनाने वाली फैक्टरी में सप्लाई किए जाने थे.
पूरे मामले की सूचना के बाद एएसपी अनुकृति शर्मा ने अन्य विभागों की टीम के साथ संबंधित तीनों फैक्टरी में छापा मारा तो वहां से भी चर्बी को गलाने वाली भटठियां मिलीं और मौके से काफी मात्रा में चर्बी बरामद हुई है. नई मंडी पुलिस चौकी इंचार्ज आदेश कुमार ने चर्बी के ड्रम से भरा एक कैंटर पकड़ा. चालक से पूछताछ के बाद औरंगाबाद रोड स्थित गांव कुदेना में अरमान शॉप नाम की फैक्टरी पर छापा मारा गया. पुलिस के द्वारा छापेमार कार्रवाई के दौरान मौके से 17 ड्रम चर्बी के बरामद किए गए और गोदाम और फैक्ट्री में चर्बी को गलाने की भट्ठियां भी मिली.
इसके बाद टीम ने स्याना रोड स्थित ईंट भट्ठे के सामने नेशनल एग्रो इंपेक्स पर छापा मारा. मौके से 25 ड्रम बरामद किए गए, इसके साथ ही अन्य सामग्री भी बरामद की गई है. नेशनल एग्रो इंपेक्स के संचालक कैलाश अग्रवाल निवासी स्याना रोड और शकील निवासी हापुड़ के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
चर्बी गलाकर बनाए जाते थे साबुन
वहीं, औरंगाबाद रोड स्थित कुदेना गांव के पास एक अन्य फैक्ट्री में छापेमारी की गई. जहां से पशुओं की चर्बी के 10 ड्रम बरामद किए गए. दरअसल बुलंदशहर से औरंगाबाद रोड पर सीज की गई तीन साबुन फैक्ट्री के पास से निकलने के दौरान काफी बदबू का सामना करना पड़ता है. स्थानीय लोगों का भी कहना है कि यहां चर्बी गला कर साबुन बनाए जाते हैं. जिससे यहां रहना भी दुश्वार होता है. फिलहाल फैक्टरी संचालक सतवीर निवासी इमलिया के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. छापेमारी के दौरान जीएसटी विभाग से असिस्टेंट कमिश्नर खंड प्रथम राहुल कुमार, पर्यावरण विभाग से क्षेत्रीय अधिकारी सपना श्रीवास्तव, कार्यवाही में मौजूद रहे.