इलाहाबाद न्यूज़: प्रतियोगी छात्रों ने सम्मिलित राज्य/ प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस)-2023 की प्रारंभिक परीक्षा के सामान्य अध्ययन के 17 प्रश्नों पर आपत्ति की है. 14 मई को हुई प्रारंभिक परीक्षा की उत्तरकुंजी जारी करते हुए आयोग ने साक्ष्यों के साथ आपत्ति आमंत्रित की थी. छात्रों का दावा है कि बुकलेट सीरीज सी के प्रश्नसंख्या 13 का जवाब राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 12.8 प्रतिशत वन माना है. जबकि आईएफएसआर 2021 की रिपोर्ट के आधार पर छात्र 6.15 प्रतिशत वनक्षेत्र है.
प्रश्नसंख्या 85 मानव विकास सूचकांक में भारत की श्रेणी 2020 में 130 से 2022 में 132 तक गिर गई है, को आयोग ने सही माना है. जबकि यूएनडीपी की रिपोर्ट के आधार पर छात्र 2020 में 131वीं रैंक सही मान रहे हैं. इसी प्रकार प्रश्नसंख्या 37, 112, 108, 150, 116 पर भी साक्ष्य के साथ आपत्ति की है. प्रतियोगी छात्र संघर्ष मोर्चा के कौशल सिंह का कहना है कि आयोग की परीक्षा में प्रश्नों के विवाद से विशेषज्ञों की योग्यता पर भी सवाल खड़े होते हैं. इसे लेकर प्रतियोगी छात्रों सतीश कुमार, नरेन्द्र द्विवेदी, उत्कर्ष, कुंवर सिंह, रवि कुमार, आदि ने बैठक की और आयोग से समुचित निस्तारण की मांग की.
चाणक्या आईएएस की अल्का को 386वीं रैंक
चाणक्या आईएएस एकेडमी प्रयागराज की क्लास रूम प्रोग्राम स्टूडेंट अल्का यादव ने सिविल सेवा परीक्षा में 386वीं रैंक हासिल कर सफलता अर्जित की है. संस्थान के रीजनल हेड डॉ. कृष्णा सिंह ने कहा कि इस बार का यूपीएससी का फाइनल रिजल्ट कई मायनों में महत्वपूर्ण है. सबसे बड़ी बात यह है कि 15 वर्षों के बाद हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों के रिजल्ट में सुधार देखने को मिल रहा है. जबसे प्रयागराज में सेंटर की स्थापना हुई तबसे हम लोगों ने यूपी के रिजल्ट को सुधारने की व्यापक कोशिश की है. धीरे-धीरे रिजल्ट सुधरने लगा है.