इगलास विधायक सहयोगी ब्लॉक प्रमुख में छिड़ा संग्राम
इगलास में आंगनबाड़ी केंद्र के उद्घाटन के शिलालेख पर ब्लॉक प्रमुख का नाम नहीं था
अलीगढ़: शिलालेख पर नाम को लेकर इगलास क्षेत्र में इगलास विधायक व ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि के बीच विवाद हो गया. आंगनबाड़ी केन्द्र के उद्घाटन के दौरान विवाद हुआ. प्रतिनिधि का आरोप है कि विधायक ने गाली-गलौज करते हए अपमानित किया. दूसरी तरफ विधायक ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि शिलालेख पर ब्लॉक प्रमुख का नाम न लिखने पर प्रतिनिधि भड़के थे. विवाद के बाद दोनों पक्षों की वीडियो व ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.
सीएम योगी द्वारा प्रदेश भर में कई आंगनबाड़ी केन्द्रों का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया था. इसके तहत जिलेभर में अलग-अलग तहसीलों पर भी कार्यक्रम रखे गए थे. इगलास तहसील में ब्लॉक कार्यालय पर आंगनबाड़ी केन्द्र के शिलान्यास कार्यक्रम में इगलास विधायक राजकुमार सहयोगी पहुंचे. इस दौरान वहां ब्लॉक प्रमुख इगलास के प्रतिनिधि व एसटी मोर्चा भाजपा के प्रदेश मंत्री अरुण फौजी भी मौजूद थे. ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि का आरोप है कि आंगनबाड़ी केन्द्र के शिलालेख पर हाथरस सांसद राजवीर दिलेर का नाम देखकर इगलास विधायक भड़क गए थे. उन्होंने कार्यालय में आते ही मेरे साथ गाली-गलौज करना शुरू कर दिया. ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि का आरोप है कि इगलास विधायक ने अपमानित करते हुए कहा कि कुर्सी पर बैठने की हिम्मत कैसे हुई, नीचे बैठ, जब इस बात का विरोध किया गया तो उन्होंने गाली-गलौज की. इस दौरान विधायक ने पकड़ने का भी प्रयास किया. तभी मैं कार्यालय से बाहर निकल आया.
दूसरी तरफ इगलास विधायक का कहना है कि ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि विभागीय अधिकारियों पर भड़क रहे थे कि शिलालेख पर ब्लॉक प्रमुख का नाम क्यों नहीं है. इस बात को लेकर प्रतिनिध को शांत रहने के लिए कहा गया था. अब वह पूरे घटनाक्रम को ही बदलकर निराधार आरोप लगा रहे हैं.
ब्रजप्रांत अध्यक्ष से की शिकायत
ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जबकि इगलास विधायक द्वारा इस तरह से अपमानित किया गया हो, इससे पहले भी वह मुझे अपमानित कर चुके हैं. पूरे मामले की शिकायत ब्रजप्रांत अध्यक्ष दुर्विजय सिंह से की गई है.
इगलास विधायक का रहा है विवादों से पुराना नाता
इगलास विधायक का विवादों से पुराना नाता रहा है. करीब तीन वर्ष पूर्व थाने में जमकर विवाद हुआ है. यह मामला पूरे प्रदेश में छाया रहा था. जिसमें विधायक की पुलिस कर्मी से नोकझोंक हुई थी. अब एक बार फिर से उनका विवाद चर्चाओं में आ गया है.