वाराणसी: कचहरी से संदहा तक प्रस्तावित फोरलेन सड़क के लिए कचहरी चौराहे के पास चिह्नित भवनों को तोड़ने पहुंचे पीडब्ल्यूडी व नगर निगम के दस्ता को दोपहर में विरोध का सामना करना पड़ा. स्थानीय लोगों के विरोध और नारेबाजी से कुछ देर गहमागहमी की स्थिति बनी रही. विरोध की वजह से कार्रवाई रोकनी पड़ी.
मौके पर पहुंचे एडीएम सिटी आलोक वर्मा, तहसीलदार शालिनी, पीडब्ल्यूडी की एई स्तुति मौर्या आदि अधिकारियों ने लोगों को दो दिन की मोहलत दी है.
मोहम्मद इकबाल, इमरान, रूमान, आसिफ, बसंत बरनवाल, सुजीत गुप्ता, ओमप्रकाश, मनीष गुप्ता, संदीप, विकास श्रीवास्तव समेत कचहरी व्यापार मंडल के पदाधिकारियों का आरोप था कि बिना नोटिस व मुआवजे के कार्रवाई की जा रही है. न तो उन्हें नोटिस दी गई और न ही मौखिक सूचना. चिह्नांकन के बाद अचानक तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी गई. यह भी आरोप लगाया गया कि पीडब्ल्यूडी ने अभी मुआवजा की पूरी धनराशि भी नहीं दी.
एडीएम सिटी आलोक वर्मा ने कहा कि सड़क चौड़ीकरण परियोजना के तहत भवनों को चिह्नित किया गया है. उनमें काफी संख्या में अतिक्रमण हैं जबकि कुछ भवनों का मुआवजा दिया गया है. लोगों को अपने भवन खुद तोड़ने के लिए कहा गया है. यदि दो दिन के अंदर उन्होंने खुद अतिक्रमण नहीं हटाए तो पुलिस की मदद से हटाया जाएगा.