नगर निगम की सख्ती शपथ पत्र देकर कहा, खतरनाक कुत्ते नहीं पालेंगे

Update: 2023-01-13 13:33 GMT
नगर निगम की सख्ती शपथ पत्र देकर कहा, खतरनाक कुत्ते नहीं पालेंगे
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गाजियाबाद न्यूज़: नगर निगम की सख्ती के बाद लोग अब खतरनाक नस्ल के कुत्ते पालने से तौबा करने लगे हैं. पंजीकरण नहीं होने पर लोगों ने खतरनाक नस्ल के कुत्ते गाजियाबाद से बाहर अपनी रिश्तेदारी में भेजने शुरू कर दिए हैं. इस संबंध में पांच लोगों ने निगम में शपथ पत्र देकर बताया कि उन्होंने पिटबुल, रोटविलर और अर्जेंटीना डोगो को रिश्तेदारी में छोड़ दिया है. उनके पास अब कुत्ते नहीं हैं.

नगर निगम ने शहर में लगातार कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ने के कारण अर्जेंटीना डॉग, पिटबुल और रॉटविलर के पालने पर प्रतिबंध लगाया है. जिन लोगों के पास तीनों नस्ल के कुत्ते हैं वह पिछले साल 31 दिसंबर तक पंजीकरण करा सकते थे. इसके बाद पंजीकरण पर रोक लगा दी गई. साथ ही पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है. निगम की सख्ती का असर लोगों पर दिखाई देने लगा है. लोग अब खतरनाक नस्ल के कुत्ते पालने से तौबा कर रहे हैं. जिनके पास इस तरह के कुत्ते हैं, वह उन्हें अपनी रिश्तेदारी में गाजियाबाद से बाहर भेज रहे हैं. इस संबंध में शपथ पत्र दिया जा रहा है.

रिश्तेदारी में छोड़ा: क्रॉसिंग रिपब्लिक निवासी महेश के पास पिटबुल नस्ल का कुत्ता था. वह 31 दिसंबर तक कुत्ते का निगम में पंजीकरण नहीं करा सके. वह इस साल दो जनवरी को कुत्ते का पंजीकरण कराने पहुंचे. तब तक पंजीकरण की तिथि निकल चुकी थी. ऐसे में कुत्ते का पंजीकरण नहीं हो सकता. उन्होंने अब निगम को शपथ पत्र देकर बताया है कि पिटबुल कुत्ते को अपनी रिश्तेदारी में छोड़ दिया है. उनके पास अब कुत्ता नहीं है.

अब नहीं पालेंगे: नेहरू नगर निवासी रामकिशन शर्मा के पास रोटविलर नस्ल का कुत्ता था. उन्होंने भी कुत्ता नहीं पालने का शपथ पत्र दिया है. शपथ पत्र में बताया कि कुत्ते को रिश्तेदारी में छोड़ दिया है. किसी भी नस्ल का कुत्ता नहीं पालेंगे. उन्होंने बताया कि इस नस्ल के कुत्ते के लिए बड़ा स्थान चाहिए ताकि वह उसमें घूम कर एनर्जी को बर्न कर सके. वह दो कमरों के मकान में रहते हैं ऐसे में कुत्ते को नहीं पल सकते.

कुछ लोगों ने खतरनाक नस्ल के कुत्ते नहीं पालने के संबंध में शपथ पत्र दिए हैं. उन सभी की जांच कराई जाएगी. पिटबुल, रोटविलर और अर्जेंटीना डोगो नस्ल के कुत्तों का पंजीकरण अब निगम में नहीं हो सकेगा. इनके पालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.

-डॉ आशीष त्रिपाठी, पशु एवं कल्याण अधिकारी नगर निगम

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