उत्तरप्रदेश | विद्युत वितरण खण्ड-द्वितीय (बरईपुर) के बरनी उपकेंद्र पर तैनात कर्मचारियों और ग्रामीणों के बीच रात मारपीट हो गई. इस दौरान ग्रामीणों ने एसएसओ की पिटाई के बाद उपकेंद्र पर तोड़फोड़ भी की. लॉगशीट फाड़कर फेंक दिया. कार्रवाई की मांग को लेकर कर्मचारियों ने जंसा थाने का घेराव किया. पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की गई. जंसा थाने की पुलिस ने दोनों पक्षों से चार-चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. थानाध्यक्ष राकेश पाल ने बताया कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस के अनुसार बरनी उपकेंद्र से जुड़े सपेहटा गांव में बिजली गुल थी. रात लगभग दस बजे गांव के बृजेश कुमार सिंह उर्फ बबलू अपने कुछ साथियों के साथ उपकेंद्र पर पहुंचे. कटौती का कारण पूछने पर एसएसओ अशोक मौर्या से पहले विवाद, फिर मारपीट हो गई. जानकारी मिलते ही कई बिजली अधिकारी व बबलू के समर्थक भी पहुंच गए थे. बबलू ने आरोप लगाया कि सप्लाई बंद होने का कारण पूछने उपकेंद्र पहुंचे तो वहां कर्मचारी शराब पीते मिले. विद्युत संविदा मजदूर संगठन के महामंत्री वेद प्रकाश राय ने कहा कि ग्रामीणों ने कर्मचारी की पिटाई की जबकि पुलिस ने पीड़ित पर भी मुकदमा दर्ज किया है.
लहरतारा में चलती ऑटो से महिला का बैग छीना
लहरतारा कैंसर अस्पताल के पास सुबह करीब साढ़े चार बजे चलती ऑटो से बाइकसवार बदमाश ने महिला का बैग छीन लिया. बैग में मंगलसूत्र, चेन, दो अंगूठी, रिंग केस, चार हजार रुपये, आधार कार्ड, पैन कार्ड और मोबाइल फोन था. सिगरा पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिये बदमाश की पहचान में जुटी है.
चोलापुर के गोला निवासी नरेंद्र सिंह, पत्नी सीमा व अन्य परिजनों के साथ महानगरी एक्सप्रेस ट्रेन से बनारस रेलवे स्टेशन पर उतरे. बनारस रेलवे स्टेशन से ही एक ऑटो बुक किया. जैसे ही लहरतारा कैंसर अस्पताल के पास पहुंचे, तेज रफ्तार से बाइक सवार युवक आया और सीमा सिंह का बैग छीनकर भाग निकला. नरेंद्र ने उसी ऑटो से उसका पीछा किया. तब तक वह कैंसर अस्पताल के रास्ते से होते भाग निकला. नरेंद्र ने सिगरा थाने में तहरीर दी. इंस्पेक्टर राजू सिंह ने बताया कि बदमाश की बाइक पर नंबर नहीं था. जहां घटना हुई, वहां कैमरा नहीं था. आसपास के कैमरे खंगाले जा रहे हैं.