कमिश्नर के गेट पर धरने पर बैठे सपा विधायक

Update: 2023-01-24 08:55 GMT

मेरठ: सोमवार की सुबह ठीक 10.30 बजे सरधना के सपा विधायक अतुल प्रधान अपने कुछ समर्थकों के साथ कमिश्नर आॅफिस पहुंचे। कमिश्नर कुमारी सेल्वा के पास जनता की कुछ समस्या लेकर अतुल प्रधान पहुंचे थे, लेकिन आरोप है कि अतुल प्रधान के साथ उनके समर्थक भी कमिश्नरी कमिश्नर आॅफिस में एंट्री करना चाहते थे, लेकिन उन्हें एंट्री नहीं दी गई। ऐसा आरोप सपा विधायक ने लगाया हैं। फिर कमिश्नर के व्यवहार को लेकर भी अंगुली उठाई गयी हैं।

कमिश्नर के अव्यवहारिक रवैये से क्षुब्ध होकर सपा विधायक कमिश्नर आॅफिस के गेट पर धरना देकर बैठ गए और बोले कि कमिश्नर का व्यवहार ठीक नहीं है, इसलिए धरने पर बैठा हूं। सपा विधायक के धरने पर बैठने की सूचना कमिश्नर आॅफिस से पुलिस को दी गई, जिसके बाद सीओ सिविल लाइन मय फोर्स के यहां पहुंच गए। उन्होंने विधायक से बात की तथा धरने से उठने के लिए कहा, लेकिन सपा विधायक ने कह दिया कि कमिश्नर ने जनप्रतिनिधि के साथ अव्यवहारिक रवैया अपनाया हैं, जो जनप्रतिनिधि का एक तरह से अपमान किया हैं।

कमिश्नर के अव्यवहारिक होने का आरोप सपा विधायक ने लगाया, जिसके बाद करीब दो घंटे सपा विधायक कमिश्नर आॅफिस के गेट पर ही धरना देकर बैठे रहे। यहीं से सपा विधायक ने विधानसभा अध्यक्ष को फोन पर पूरे प्रकरण की शिकायत की। आरोप लगाया कि उनके साथ कमिश्नर ने अव्यवहारिक रवैया अपनाया, जो जनप्रतिनिधि का सीधे अपमान किया हैं,

जिसके बाद ही उन्होंने धरना दिया तथा इस पूरे प्रकरण की उन्होंने जांच कराने की भी मांग विधानसभा अध्यक्ष से की है। उन्होंने कहा कि यह प्रकरण विधानसभा में भी उठाया जाएगा तथा आश्वासन समिति में भी इसकी शिकायत की जाएगी। सपा विधायक ने कहा कि अब उन्होंने लिखित में कमिश्नर कुमारी सेल्वा से समय मांगा है। जब भी वह समय देंगी, तब मैं उनके आॅफिस जाकर मिलूंगा और जनता की समस्याओं को उनके समक्ष रख दूंगा।

ये था मामला: ओला के कुछ ड्राइवरों को कंपनी ने हटा दिया हैं। इस समस्या को लेकर सपा विधायक अतुल प्रधान कमिश्नर के पास पहुंचे थे। इसके अलावा नंगली समेत कुछ प्रधानों की समस्या भी कमिश्नर के पास लेकर आये थे। ये प्रधान भी उनके साथ मौजूद थे, लेकिन इनकी समस्या नहीं सुनी गई, ऐसा आरोप सपा विधायक ने लगाया हैं। समस्या लेकर आने वालों को गेट पर ही रोक दिया गया, फिर समस्या कमिश्नर के सामने कैसे रखी जा सकती थी।

अव्यवहारिक होने का आरोप गलत: ओला से ड्राइवरों को हटाने का मामला उनके स्तर का नहीं हैं। ये सपा विधायक को बताया गया। ग्राम पंचायत की समस्याओं से संबंधित अधिकारी को समस्या की जांच करने के लिए कह दिया गया हैं। अव्यवहारिक होने के आरोप गलत हैं। विधायक उनके पास आये थे, उनकी बात सुनी गई, लेकिन जो उनके स्तर का मामला नहीं हैं, उसमें मैं क्या समाधान कर सकती हूं।

-सेल्वा कुमारी जे, कमिश्नर मेरठ मंडल

Tags:    

Similar News

-->