महोबा। कोतवाली चरखारी के ग्राम गोरखा में बाइक न दिलाने से नराज पुत्र ने पिता को कुल्हाडी से काट डाला। ख़ून से लतपथ हालत में उसे जिला अस्पताल महोबा भेजा गया। लेकिन हालत नाजुक होने के कारण मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। जहां रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। बाइक की लालच में पिता पुत्र के रिश्ते तार-तार कर दिया। घटना से गांव में सनसनी का माहौल है।
गोरखा गांव निवासी माखन अहिरवार 50 मेहनत मजदूरी का काम करता था। उसका पुत्र ब्रजेंद्र 18 कई दिनों से बाइक दिलाने की जिद कर रहा था। गुरुवार की रात करीब 10 बजे पुत्र हाथ में कुल्हाड़ी लेकर पिता के कमरे में पहुंचा और पिता पर कुल्हाडी से कई बार किये। जिससे वह खून से लथपथ हालत में गिर गया। पुत्र पिता को मृत समझ कर भाग गया। शोर सुनकर मौके पर पहुंची मां ने विरोध किया, तो पुत्र मौके से भाग निकला। गंभीर हालत में माखन को जिला अस्पताल लाया गया।
डॉक्टरो ने घायल अधेड का उपचार शुरू किया लेकिन हालत में कोई सुधर न होने पर उसकी मेडिकल कालेज झांसी के लिये रेफर कर दिया। झांसी ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इस घटना से घर में कोहराम मच गया। मृतक की पत्नी और परिजनो को रो रो कर बुरा हाल है। मृतक की पत्नी शिवकली ने शुक्रवार को अपने बेटे बृजेन्द्र के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।