मेरठ: मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) ने बुधवार को अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर चला कर ध्वस्तीकरण किया। ये बड़ी कार्रवाई एमडीए उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय के निर्देश पर की गई। इसमें घाट रोड पर एक छोटी कॉलोनी पर तो बुलडोजर चला दिया,
लेकिन यहां तीन सौ बीघा में काटी जा रही मोनू घाट की कॉलोनियों पर इंजीनियरों की खास मेहरबानी रही। दर्जन भर अवैध कॉलोनी घाट रोड पर है, जिसमें कोई कार्रवाई एमडीए इंजीनियर नहीं कर रहे हैं। यहां सेटिंग का खेल चल रहा हैं। 50 दुकानों का निर्माण कर दिया, लिंटर भी डाल दिया, कार्रवाई सिफर हैं। ईमानदार एमडीए वीसी की आंखों में भी इंजीनियर धूल झोंक रहे हैं।
घाट रोड पर दीपक आदि की कॉलोनी पर एमडीए ने बुलडोजर चलाकर खड़ंजा और सीवर लाइन को ध्वस्त कर दिया। इसके पास दर्जन भर बड़ी कॉलोनी मोनू घाट, सांईपुरम, बसंत कुंज, डिफेंस कुंज आदि पर इंजीनियरों की मेहरबानी साफ देखी जा रही हैं। मोनू घाट के दबाव में इंजीनियर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा जोन-वन में जिले सिंह कि अम्हेड़ा वृंदावन कॉलोनी विकसित की जा रही थी।
इस पर प्राधिकरण इंजीनियरों ने बुलडोजर चलाकर बिल्डिंग को धराशाई कर दिया। जोन-बी 2 में सुंदरलाल और जयपाल, शिवचरण आदि द्वारा उल्देपुर-लावड़ रोड पर अवैध कॉलोनी करीब पांच हजार वर्ग मीटर में विकसित की जा रही थी, जिस पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण कर दिया। जोन-बी 3 में सरस पाल आदि ने खिर्वा रोड पर करीब 1800 वर्ग गज में अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही थी, जिस पर प्राधिकरण की टीम ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण कर दिया।
जोन बी-4 में ऋषिपाल, सतपाल, विनय आदि डाबका के निकट साईं धाम कॉलोनी रुड़की रोड बाइपास विकसित की जा रही थी, जिस पर बुलडोजर चला कर ध्वस्तीकरण कर दिया। जोनल अधिकारी वीके सोनकर, नोडल विवेक शर्मा, वेद प्रकाश अवस्थी, राकेश पंवार, सर्वेश गुप्ता, महादेव शरण, उमाशंकर आदि मौजूद थे। उधर, संस्कृति मंडप से सटकर अवैध कॉलोनी तीन सौ बीघा जमीन में विकसित की जा रही हैं।
इसमें ग्रीन वर्ज हैं, लेकिन इंजीनियरों ने आंखें बंद कर रखी हैं। शोभापुर पुलिस चौकी के पीछे ग्रीन वर्ज में होटल बनकर तैयार हो गए, जिसमें एमडीए इंजीनियर आंखें मूंदे रहे या फिर सेटिंग का खेल चल रहा था। शोभापुर के ठीक सामने रेस्टोरेंट बन रहे हैं, जिनको बनने की पूरी छूट दी जा रही हैं। रोहटा रोड पर पुराने गोदाम तोड़कर दीवार खड़ी कर दी गई। निर्माण चल रहा हैं, लेकिन इंजीनियर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
लल्लापुरा में कई कॉलोनी विकसित की जा रही हैं, उन पर खास मेहरबानी एमडीए दिखा रहा हैं। हरिमंडप बागपत रोड पर मार्केट का हर रोज निर्माण चल रहा हैं। ऐरा कॉलोनी के भीतर एक्सटेंशन अवैध विकसित की जा रही हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं। सरधना रोड पर कई कालोनी बन रही हैं, जिन पर कोई कार्रवाई इंजीनियर नहीं कर रहे हैं। क्योंकि वहां सेटिंग का खेल चल रहा हैं। ईमानदार वीसी को भी इंजीनियर झांसा देने से बाज नहीं आ रहे हैं।
इंजीनियर की सेटिंग से बन गई अवैध दुकान: सुभारती से बागपत बाइपास की तरफ जैसे ही सर्विस रोड पर चलते हैं, तभी होटल के बराबर में एक दुकान का निर्माण चल रहा हैं। लिंटर डालने की तैयारी चल रही हैं, लेकिन यह अभी एमडीए इंजीनियर को दिखाई नहीं दी। दो दिन पहले ही एमडीए वीसी ने इंजीनियरों को ईमानदारी का पाठ पढ़ाया था, लेकिन इंजीनियर भ्रष्टाचार का पाठ पढ़ रहे हैं। यही वजह है कि अवैध तरीके से दुकानों का धड़ाधड़ निर्माण हो रहा हैं।
वेदव्यासपुरी में मेट उपेन्द्र ने आवासीय में व्यवसायिक बिल्डिंग बनावा दी हैं। मेट की सेटिंग के चलते यहां बड़ा खेल चल रहा हैं। ये निर्माण इंजीनियरों को दिखाई नहीं देते क्योंकि इनमें सेटिंग का खेल चल रहा हैं। बुलडोजर उन्हीं निर्माणों पर चलता हैं, जहां पर सेटिंग नहीं होती हैं। न्यू ट्रांसपोर्ट नगर की प्लानिंग एमडीए ने की थी, लेकिन वहां पर अवैध कॉलोनी विकसित हो गई हैं। शायद ये देखकर एमडीए उपाध्यक्ष भी हैरान रह जाएंगे।