साइबर ठगों को बैंक खाता मुहैया कराने वाले छह आरोपी गिरफ्तार
एक युवती और पांच युवकों को इंदिरापुरम पुलिस ने गिरफ्तार किया
गाजियाबाद: साइबर ठगों को बैंक खाता मुहैया कराकर उसमें ठगी की रकम मंगाने वाली एक युवती और पांच युवकों को इंदिरापुरम पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों से नौ मोबाइल, अकाउंट किट और नकदी बरामद की गई है. े.
डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटील ने बताया कि साइबर फ्रॉड की रोकथाम के लिए बैंक खातों का सत्यापन कराया जा रहा है. द डार्क कैफे एंड रेस्टोरेंट के खातों की जांच में प्रिया पाठक निवासी नीतीखंड के नाम का एक खाता मिला. इसमें बीते कुछ समय में ही 1.56 करोड़ रुपये की ट्रांजेक्शन मिली. प्रिया से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि यह खाता उसने अपने भाई अमन पाठक और प्रदीप के कहने पर खुलवाया था. खाते की किट प्रदीप को दे दी थी. खाते का प्रयोग साइबर ठगी की रकम मंगाने के लिए किया जाता था. कर्नाटक, महाराष्ट्र और तेलंगाना में साइबर फ्रॉड से पीड़ित लोगों की शिकायत में इस खाते का जिक्र है. पूछताछ के लिए पुलिस ने पवन सिंह, सूर्य प्रताप और सौरभ कुशवाहा को हिरासत में लिया तो फर्जीवाड़े का पता चला. इसके बाद पुलिस ने प्रिया पाठक और अमन पाठक निवासी नीति खंड प्रथम इंदिरापुरम, पवन सिंह निवासी पिथौरागढ़ उत्तराखंड, हाल निवासी रुद्रपुर उधम सिंह नगर, सूर्य प्रताप और सौरभ कुशवाह निवासी फर्रुखाबाद रोड बेवर जिला मैनपुरी के अलावा प्रदीप सिंह निवासी अरनिया, सिकंदरा राऊ, हाथरस को गिरफ्तार कर लिया. डीसीपी ने बताया कि आरोपी रुपयों का लालच देकर फर्जी आईडी पर चालू खाते खुलवाते थे. प्रदीप उन्हें खाते लाकर देता है. इसके बाद खातों को प्रशांत निवासी आगरा और सन्नी निवासी उदयपुर राजस्थान को भेज दिया जाता था. इनमें फ्रॉड की रकम मंगाई जाती थी.