बस्ती: श्रीराम जन्मभूमि से मखौड़ाधाम तक श्रीराम अवतरण कॉरिडोर बनाए जाने की उम्मीद को गति मिलती दिख रही है. श्रीराम कॉरिडोर बनाए जाने को लेकर तत्कालीन डीएम ने पूर्ण विवरण सहित आख्या संयुक्त सचिव, धर्मार्थ कार्य अनुभाग को भेजा है.
यह जानकारी देते हुए हरैया विधायक अजय सिंह ने बताया कि श्रीराम अवतरण कॉरिडोर के लिए कई बार अनुरोध किया था. इसके बाद नियम-51 के तहत विधानसभा में कॉरिडोर निर्माण को लेकर प्रश्न उठाया. धर्मार्थ कार्य विभाग सीएम के पास होने के कारण अधिकारियों ने उनका मंतव्य जानना चाहा. मुख्यमंत्री ने सहमति देते हुए निर्देश दिया कि जल्द से जल्द श्रीराम अवतरण कॉरिडोर का लागत सहित विस्तृत विवरण प्रस्तुत करें. कॉरिडोर बनाए जाने के संबंध में शासन ने तत्कालीन डीएम प्रियंका निरंजन से पूर्ण विवरण सहित आख्या मांगा. शासन के निर्देश के क्रम में डीएम ने चार नवंबर को कार्यदायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट्स कॉरपोरेशन के ऑर्किटेक्ट से तैयार प्रश्नगत परियोजना का संपूर्ण विवरण संयुक्त सचिव, धर्मार्थ कार्य अनुभाग को उपलब्ध कराया है.
ऑर्किटेक्ट ने इन बिंदुओं को किया है शामिल ऑर्किटेक्ट की ओर से शासन को उपलब्ध कराए गए विवरण में मखौड़ाधाम पर्यटन विकास महायोजना में मुख्य रूप से अवशेष कार्यों को पूर्ण करना, संपूर्ण एवं समग्र विकास, एक आध्यात्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकास शामिल है.
मखौड़ाधाम में प्रस्तावित कार्य मखौड़ा धाम मन्दिर के परिसर का कार्य, मखौड़ा धाम मुख्य मंदिर पर सैंड स्टोन क्लैडिंग, मंदिर के चारो तरफ श्रीराम अवतरण कॉरिडोर का निर्माण, कॉरिडोर के दीवार पर श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुधन का सैंड स्टोन कार्निंग द्वारा सजीव चित्रण, मनोरमा नदी पर घाट का निर्माण, रामदरबार मंदिर का जीर्णोद्धार, 84 कोसी परिक्रमा मार्ग, गेट निर्माण.
परिक्रमा मार्ग पर होगा निर्माण तत्कालीन डीएम प्रियंका निरंजन की ओर से भेजे गए प्रस्ताव के अनुसार 84 कोसी परिक्रमा मार्ग पर 10 यात्री विश्रामालय, सारंग और रामजानकी के नाम से दो चौराहे विकसित किए जाएंगे. इसके अलावा कई स्तंभ, बेंच और यात्रियों के लिए सार्वजनिक शौचालय का निर्माण प्रस्तावित है.