लखनऊ: लखनऊ में शहीद पथ किनारे नौसेना का शौर्य संग्रहालय बनाया जाएगा. इसके लिए पुलिस मुख्यालय के पास आठ एकड़ जमीन चिह्नित कर ली गई है. यह गोमती के किनारे भी है. शासन को प्रस्ताव भी भेज दिया गया. यहां नौसेना से सेवामुक्त हो चुके युद्धपोत आईएनएस गोमती की मिसाइल, टारपीडो, कैनन आदि उपकरण देखने को मिलेंगे. साथ ही प्राचीन और मध्य कालीन भारत के युद्धपोतों और पनडुब्बियों की झलक भी देखने को मिलेगी.
पर्यटन विभाग की ओर से शासन को 24.43 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बना कर भेजा गया है. प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम ने बताया कि शहीद पथ के पास भारतीय नौसेना का शौर्य संग्रहालय बनेगा. यह गोमती के भी नजदीक है. उम्मीद है कि जल्द ही प्रस्ताव को स्वीकृति मिल जाएगी. सितंबर में आधारशिला रखी जा सकती है. यहां सेवामुक्त युद्धपोत आइएनएस गोमती की मिसाइल, टारपीडो व कैनन समेत अन्य उपकरणों का भी प्रदर्शन किया जाएगा. भारतीय नौसेना के बेड़े में 34 वर्ष तक शामिल रहा आइएनएस गोमती उत्तर प्रदेश को दिया गया है.
पांच हजार वर्ष पूर्व के जलयानों की जानकारी भारतीय नौसेना का शौर्य संग्रहालय देश का पहला संग्रहालय होगा. इसमें पांच हजार वर्ष पूर्व भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति के शुरुआत में सिंधु घाटी सभ्यता के नगरों हड़प्पा, मोहन जोदड़ो, लोथल आदि में बने जलयानों का प्रदर्शन किया जाएगा.