शामली: शामली शुगर मिल पर बकाया 190 करोड़ के गन्ना मूल्य के भुगतान के लिए लगातार आंदोलन कर रहे किसानों में से एक किसान की हालत देर रात बिगड़ गई,जिसे आनन फानन में अस्पताल ले जाया गया। समाचार लिखे जाते समय नेशनल हाईवे जाम है और किसानों का धरना भी चल रहा है।
शामली शुगर मिल पर गन्ना किसानों का 190 करोड रुपए से ज्यादा का गन्ना मूल्य बकाया है। इसके भुगतान के लिए किसान पिछले साल से ही कई बार प्रयास कर चुके है और पिछले एक सप्ताह से ज्यादा से किसान शुगर मिल में धरने पर बैठे थे।
इसी बीच अपर जिलाधिकारी प्रशासन संतोष कुमार सिंह ने किसानों और शुगर मिल प्रबंधन से कई बार वार्ता की और गन्ना भुगतान कराने का प्रयास किया लेकिन शुगर मिल मालिक गन्ना भुगतान करने के लिए राजी नहीं हो रहे हैं। इसके बाद शामली के विधायक प्रसन्न चौधरी ने भी अपने स्तर पर समझौता कराने का प्रयास किया पर शामली शुगर मिल के मालिक एक बार वायदा करने के बाद भी तय शर्तों के अनुसार गन्ना भुगतान नहीं कर रहे हैं।
जिससे गुस्साए किसानों ने गत दिवस यह घोषणा कर दी थी कि यदि सोमवार को 2:00 बजे तक गन्ना भुगतान न मिला तो कलेक्ट्रेट की तालाबंदी कर दी जाएगी। आज गन्ना भुगतान न मिलने पर किसान कलेक्ट्रेट में तालाबंदी करने पहुंचे तो प्रशासन ने उनके मंसूबे विफल कर दिए।
इसके बाद किसान वहीं सड़क पर धरना देकर बैठ गए, जिसके चलते हाईवे पूरी तरह जाम हो गया और चारों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारे लग गई। प्रशासन ने कई दौर में किसानों से बात करने की कोशिश भी की ,लेकिन किसान अब बिना भुगतान के उठने को राजी नहीं है।
इसी बीच देर रात एक किसान लोकेंद्र निवासी कसेरवा की तबीयत अचानक बिगड़ गई जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन फानन में शामली कोतवाली के थाना प्रभारी समय पाल अत्री किसान को लेकर जिला अस्पताल दौड़े।
इसी बीच शामली के एसपी सेवक राम गौतम ने किसान नेता संजीव शास्त्री से बात करके धरना समाप्त करने का अनुरोध किया, जिसे किसानों ने अस्वीकार कर दिया है। समाचार लिखे जाने तक किसान हाईवे को जाम किए बैठे हैं। वहां भारी पुलिस और पीएसी तैनात है। स्थिति तनावपूर्ण है और हाई वे जाम के कारण जनता भी परेशान है।