शामली : गांठदार बीमारी से चार गायों की मौत, पशु चिकित्सा विभाग बेबस, 582 पशुओं से ज्यादा बीमार
582 पशुओं से ज्यादा बीमार
शामली. कोरोना वायरस से लोग प्रभावित हो रहे हैं तो गोवंशों को लंपी रोग ने अपनी चपेट में ले लिया है. चार गोवंशों के मरने के बाद पशु चिकित्सा विभाग की नींद टूट गई लेकिन बीमारी के उपचार का कोई ठोस प्रबंध अभी तक विभाग के पास नहीं है. ऐसे में विभाग के अफसर असहाय दिखाई दे रहे हैं. पशु चिकित्सा विभाग 582 पशु बीमारी से ग्रसित होने का दावा कर रहा है. जबकि असल में संख्या काफी ज्यादा है.
जिले में पिछले 10-12 दिन पहले से गोवंश जानलेवा बीमार लंपी के फैलनी शुरू हुई थी, पिछले कई दिनों से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में इस बीमारी से ग्रसित गोवंशों की संख्या बढ़ती जा रही है. चार बीमार गोवंश मर चुके हैं. बीमार पशुओं के मरने के बाद मौत की सूचना प्राप्त होने के बाद पशु चिकित्सा विभाग सक्रिय हुआ. शहर में हसनपुर लुहारी में, गढ़ीपुख्ता में और कैराना देहात में इस बीमारी से एक-एक पशु की मौत हुई है. 585 पशुओं का बीमार होने का दावा पशु चिकित्सा विभाग कर रहा हैए जबकि यह संख्या काफी ज्यादा है.
बीमार पशुओं के मरने की सूचना के बाद पशुपालन विभाग के निदेशक डॉक्टर इंद्रमणि चौधरी बनत और थानाभवन गोशालाओं का निरीक्षण करके जायजा ले चुके हैं. उन्होंने दो सितंबर तक लंपी बीमारी से बचाव के लिए 1.17 लाख पशुओं के लिए वैक्सीन जिला मुख्यालय पर भिजवाने का आश्वासन भी दिया है.
कंट्रोल रूम पर सिर्फ पांच शिकायत
कैराना रोड स्थित जिला पशु अस्पताल में लंपी रोग से बचाव के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है. सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक पशुपालक बीमार पशुओं की सूचना दे सकते हैं. सीवीओ डॉक्टर यशवंत सिंह के मुताबिक अभी तक पांच पशुपालकों के बीमार होने की सूचना प्राप्त हुई है. पशुपालक कंट्रोल रूम नंबर 01398.258415 या मुख्य पशु चिकित्साधिकारी मोबाइल नंबर. 9412558100 पर कॉल कर सकते हैं.
पशु पैठ बंद कराई. व्यापारियों को वापस भेजा
लंपी बीमारी बढ़ने के बाद पशु पैठ पर अनिश्चितकाल तक रोक लगा दी गई है. इसके बाद भी मंगलवार को कैराना रोड पर पशु पैठ लगी, जिसकी शिकायत किसी ने डीएम और सीडीओ से फोन पर की. सीडीओ शंभूनाथ तिवारी ने जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी नदीम अख्तर और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर यशवंत सिंह डीएम के निर्देश पर बेमियादी समय तक पशु पैठ पर रोक लगाने के निर्देश दिए. सीडीओ ने बताया कि कुछ लोगों ने शिकायत करके पशुओं में लंपी रोग के बावजूद पशु पैठ लगने के बारे में शिकायत की गई थी.