Shamli: डॉक्टरों की मनमानी से जिला अस्पताल में मरीजों की परेशानी बढ़ी
"गायब मिले चिकित्सक"
शामली: जहां उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा प्रदेश के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए हजारों करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाये जा रहे हैं। वही शामली जिला अस्पताल में चिकित्सकों की मनमानी के चलते सरकार की मंशाओ पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है। जहां जिला अस्पताल में ओपीडी के दौरान भी चिकित्सक अपने कक्षों से नदारद दिखाई दिए। और चिकित्सकों के कक्षों के सामने मरीजों की भीड़ लगी दिखाई दी। जब घंटे तक भी चिकित्सक ओपीडी में नहीं आए तो मरीज स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को खोसते हुए बिना उपचार के ही अपने घर की ओर रवाना हो गए।
आपको बता दें पूरा मामला शहर के नहर पटरी स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय का है। जहां कुछ वर्षों पूर्व ही सरकार द्वारा करोड़ों रुपए लगाकर शामली जिले के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए जिला संयुक्त चिकित्सालय का निर्माण कराया गया था। लेकिन जिला अस्पताल डॉक्टरों की मनमानी के चलते महज शो पीस बना हुआ है। क्योंकि मंगलवार को अस्पताल में अक्सर ओपीडी के दौरान ज्यादातर चिकित्सक अपने कमरो से नदारत ही दिखाई दिए। जिसके चलते अस्पताल में उपचार हेतु आने वाले मरीजों को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल में चिकित्सक अपनी ड्यूटी के समय से काफी लेट आते हैं और आने के बाद एक दो मरीजों को देख फिर से कही विलुप्त हो जाते हैं और दूर दराज से आने वाले मरीजो बिना उपचार के ही वापस लौटना पड़ता है। जहा अस्पताल में आने वाले मरीजों का कहना है कि यह केवल आज का मामला नहीं है अस्पताल में अक्सर उन्हें इसी तरह से परेशानियों का करना पड़ता है।
इस दौरान कभी-कभी चिकित्सक मिल पाते हैं और अभी भी काफी देर पहले चिकित्सक अपनी कुर्सी से उठकर कहीं चला गया है और मरीजों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। साथ ही डॉक्टर की गैर मौजूदगी में उसका एक सहयोगी डॉक्टर की कुर्सी पर बैठकर मरीज का उपचार कर रहा है। डॉक्टरों की इस मनमानी के कारण सरकार द्वारा हजारों करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाकर मरीजो को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं।