Shamli: बदमाशों ने लगातार दूसरे दिन फिर दी पुलिस को चुनौती

रात्रि में ही सैकड़ो ग्रामीण इकट्ठा हो गए और ईख के खेत में कंबिंग की

Update: 2024-11-13 07:59 GMT

शामली: बदमाशों में योगी की पुलिस का खौफ नजर नहीं आ रहा है। जहाँ अज्ञात बदमाशों द्वारा लगातार एक आश्रम को दूसरी रात भी निशाना बनाया गया। जहाँ बदमाशों द्वारा मंदिर के ताले तोड़ने की आवाज सुनकर आश्रम संस्थापक के पुत्रों ने लाइसेंसी हथियारों से हवाई फायरिंग कर दी इसके बाद बदमाश जंगल के रास्ते फरार हो गए। रात्रि में ही सैकड़ो ग्रामीण इकट्ठा हो गए और ईख के खेत में कंबिंग की। लेकिन बदमाशों का कोई पता नहीं चल रहा। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची।

शनिवार की देर रात गांव पंजीठ में नकाबपोश बदमाशों ने दो घरों में और एक आश्रम में करीब 12 लाख के सोने चांदी के जेवर व नगदी चोरी की थी। एसपी रामसेवक गौतम ने मौके पर पहुंचकर बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिए थे। लेकिन बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हो गए कि उन्होंने रविवार की देर रात्रि फिर से आश्रम पर धावा बोलकर पुलिस को फिर से खुली चुनौती दे डाली।

इस बार बदमाशों के दाखिल होने की आहट सुनकर आश्रम मैं मौजूद लोग जाग गए और उन्होंने लाइसेंस हथियार से हवाई फायरिंग करते हुए बदमाशों को पकड़ने का प्रयास किया लेकिन बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल के रास्ते फरार हो गए। वही संस्थापक नकली सिंह सैनी के पुत्र पुष्कर सैनी ने बताया कि वह अपने भाई के साथ रात्रि में आश्रम की ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में सो रहे थे। रात करीब 12:30 बजे बदमाशों ने आश्रम में घुसकर काली माता के मंदिर के लोहे के गेट का ताला तोड़ दिया। दूसरे कमरे के लोहे के गेट का गुप्ती ताला भी तोड़ा गया।

बदमाशों की मनसा थी कि वह काली माता के सोने चांदी के जेवर चोरी कर ले। ताले तोड़ने की आवाज सुनकर उसकी आंख खुल गई और वह बाहर आया तो देखा कि बदमाश फिर से घटना को अंजाम देने की फिराक में है। इसके बाद उसने और उसके भाई ने लाइसेंसी रिवाल्वर और डबल बैरल बंदूक से दो हवाई फायर किए इसके बाद बदमाश बिना चोरी किए ही पीछे जंगल के रास्ते से भाग गए। उसने रात 12:30 बजे पुलिस को फोन किया।

फायरिंग की आवाज सुनकर सैकड़ो ग्रामीण लाइसेंसी हथियार लेकर आश्रम पर आ गए और जंगल में बदमाशों की तलाश में कंबिंग की लेकिन बदमाशों का पता नहीं चल सका। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और जानकारी ली। पुष्कर सैनी ने बताया कि आश्रम पर लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर पुलिस जांच के लिए अपने साथ ले गई थी जिस कारण आज की घटना कैमरे में कैद नहीं हो सकी। उन्होंने बताया कि बदमाशों का खौफ इतना है कि ग्रामीणों को रात में खुद पहरा देना पड़ रहा है।

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