Shahjahanpur: हादसे में बर्तन व्यापारी समेत दो की हादसे में मौत, एक घायल
Shahjahanpurशाहजहांपुर। कटरा-जलालाबाद मार्ग पर श्रीराम टाकीज के सामने ईको कार ने ई-रिक्शा को बचाने के चक्कर में मॉर्निंग वॉक के लिए निकले बर्तन व्यापारी समेत तीन लोगों को टक्कर मारकर घायल कर दिया। घायलों को सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने बर्तन व्यापारी समेत दो लोगों को मृत घोषित कर दिया, जबकि एक का उपचार चल रहा है। टक्कर मारने के बाद कार डिवाइडर से टकरा गई थी। पुलिस ने चालक और कार को हिरासत में ले लिया। घटना के कारण परिवार की दीपावली की खुशियों में मातम छा गया।
जलालाबाद के मोहल्ला दयालनगर निवासी 60 वर्षीय बर्तन व्यापारी विनोद कुमार गुप्ता उर्फ गुरक्खे अपने साथी, मोहल्ला प्रताप नगर निवासी 65 वर्षीय प्राइवेट स्कूल संचालक कृष्णपाल कुशवाहा और मोहल्ला गांधीनगर निवासी 60 वर्षीय रामरक्षपाल के साथ प्रतिदिन की तरह टहलने के लिए निकले थे। तीनों लोग कस्बे से बरेली की ओर जाने वाले हाईवे पर लगभग दो किलोमीटर आगे गंगा मंदिर तक जाते थे। वे साफ-सफाई कर कुछ समय बिताने के बाद लौट आते थे; यही उनकी मॉर्निंग वॉक की दिनचर्या थी। गुरुवार सुबह चार बजे घर से निकले और दयालनगर मोहल्ले में बमुश्किल बीस कदम की दूरी पर कटरा-जलालाबाद रोड स्थित श्रीराम टाकीज के सामने पहुंचे थे कि तभी तीव्र गति से आ रही ईको कार ने एक ई-रिक्शा को बचाने के चक्कर में तीनों को टक्कर मार दी, जिसमें तीनों घायल हो गए। टक्कर मारने के बाद कार डिवाइडर से टकरा गई। घटना बर्तन व्यापारी के घर से कुछ दूरी पर ही हुई थी, इसलिए परिवार के लोग भी बाहर निकल आए, और जो लोग टहलने के लिए निकले थे, वे भी इकट्ठा हो गए। चालक मौके से भाग पाता, इससे पहले ही लोगों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार राय सिपाहियों के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तीनों घायलों को सीएचसी पर भेज दिया, जहां डॉक्टर ने विनोद गुप्ता और कृष्णपाल कुशवाह को मृत घोषित कर दिया, जबकि घायल रामरक्षपाल का अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस ने चालक सुमित और कार को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराया। घटना के बाद से परिवार में दीपावली की तैयारियां धरी की धरी रह गईं। मौत की खबर से परिवार में रोना-पीटना मच गया।
40 वर्षों से तीनों का एक साथ करते थे मॉर्निंग वॉक
परिवार और मोहल्ले के लोगों ने बताया कि तीनों की आपस में पक्की दोस्ती थी, जिसे करीब चालीस वर्ष हो गए थे। तीनों घर से निकलते और रास्ते में मिलते हुए साथ गंगा मंदिर तक लगभग दो किलोमीटर की दूरी तय कर लौट आते थे। दोनों की मौत पर परिजनों के साथ ही मोहल्ले के लोग भी गमगीन नजर आ रहे थे।