नोएडा | उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने मंगलवार को पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर से लगातार दूसरे दिन पूछताछ की। इस दौरान कई सवालों के जवाब देने के बाद सीमा हैदर रोती नजर आई। सीमा ने ATS को बताया कि उसने सिर्फ अपने प्रेमी सचिन के प्यार में भारत में आई है। जब ATS ने पूछा कि आप को भारत आने में किसने मदद की तो उसने बताया कि मेरी किसी ने मदद नहीं की बल्कि लोगों से पूछ पूछ कर भारत पहुंची हूं। लगभग 18 घंटे की पूछताछ में कुछ ही सवालों के जवाब को सीमा हैदर ने दिया। बाकी के सवाल पर सीमा ने एक जवाब दिया कि वह सिर्फ अपने प्रेमी सचिन के प्यार में भारत आई है। वहीं कुछ मीडिया के सवाल और ATS के सवाल में विरोधाभास नजर आया। अब बड़ा सवाल है कि सीमा किसी साजिश के तहत तो देश में नहीं आई है। हालांकि ATS ने सीएम हैदर के खिलाफ बिना वीजा के भारत में दाखिल होने के मामले में केस दर्ज कर लिया है। संभावना जताई जा रही है कि सीमा की जमानत याचिका खारिज की जा सकती है।
हालांकि सीमा हैदर मई में अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थी और अब ग्रेटर नोएडा में अपने भारतीय साथी सचिन मीणा के साथ रह रही है। अधिकारी ने बताया कि दोनों को सुबह करीब आठ बजे ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके में उनके आवास से लेकर नोएडा में एटीएस यूनिट कार्यालय लाया गया, जहां शाम तक पूछताछ की गई। सीमा और सचिन से नोएडा स्थित अपने कार्यालय में पूछताछ की थी और रात साढ़े दस बजे दोनों को घर भेज दिया था। ग्रेटर नोएडा पुलिस ने सीमा (30) और सचिन (22) को चार जुलाई को गिरफ्तार किया था, लेकिन सात जुलाई को एक अदालत ने दोनों को जमानत दे दी थी।
उप्र एटीएस की पूछताछ प्रक्रिया के बारे में बताते हुए, एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के बाद इस जोड़े को “गिरफ्तार किया जा सकता है या नहीं”, यह राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित संवेदनशील मामले में पूछताछ के नतीजे पर निर्भर करेगा। स्थानीय पुलिस विदेशी अधिनियम के तहत दर्ज मामले की अलग से जांच कर रही है और अभी तक आरोप पत्र दाखिल नहीं किया है। सीमा अपने चार बच्चों के साथ मई में नेपाल से बस में भारत आई थी, ताकि वह अपने साथी सचिन के साथ रह सके, जो उत्तर प्रदेश में गौतम बुद्ध नगर जिले के ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके में रहता है।
उन्होंने बताया कि दोनों पहली बार 2019 में ऑनलाइन गेम ‘पबजी' से एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। सीमा को 4 जुलाई को स्थानीय पुलिस ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया था और सचिन को अवैध आप्रवासियों को शरण देने के लिए गिरफ्तार किया गया था। उन दोनों को हालांकि सात जुलाई को नोएडा की एक अदालत ने जमानत दे दी थी और वे अपने चार बच्चों के साथ रबूपुरा इलाके के एक घर में रह रहे हैं।