मेरठ न्यूज़: किशोरी से रेप और यौन शोषण के मामले में आरोपी अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता फरार है और गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें लगी हैं. आरोपी की तलाश में पुलिस टीम उत्तराखंड के कई शहरों में डेरा डाले हुए है. वहीं, अधिवक्ता के घर दबिश के दौरान जो लैपटॉप, हार्ड डिस्क और कपड़े बरामद हुए, उन्हें जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है. इसके अलावा दो भाजपा नेताओं की भूमिका और किशोरी के आरोपों को लेकर पुलिस साक्ष्य जुटा रही है. डीजीपी विजय कुमार ने भी इस मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया है.
बता दें कि अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता पर अपने ही ऑफिस में काम करने वाली किशोरी के साथ रेप और यौन शोषण का आरोप है. इस दौरान किशोरी की वीडियो भी बनाई गई थी. कोर्ट में किशोरी ने अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता समेत दो भाजपा नेताओं पर रेप-छेड़छाड़ का आरोप लगाया. इसके बाद मुकदमे में रमेश चंद गुप्ता और दोनों भाजपा नेताओं के नाम बढ़ा दिए.
रेप पीड़िता की नहीं है वीडियो अधिवक्ता रामकुमार शर्मा
रेप और यौन शोषण के आरोपी रमेश चंद गुप्ता के अधिवक्ता रामकुमार शर्मा ने दावा किया कि है कि जो अश्लील वीडियो वायरल हो रही है, उनमें शिकायतकर्ता किशोरी नहीं है. यह कोई अन्य किशोरी है, जिसका वीडियो है. इन वीडियो को अधिवक्ता रमेशचंद गुप्ता के मोबाइल से चोरी किया गया. चूंकि इनमें कोई चेहरा नहीं दिखाई दे रहा, इसलिए इनका इस्तेमाल करके रमेशचंद गुप्ता को ब्लैकमेल किया जा रहा है. इस मामले में पुलिस अधिकारियों को भी जानकारी दी गई है और जांच की मांग की गई है. इसके साथ ही कुछ ऑडियो और वीडियो क्लिप भी पुलिस को मुहैया कराई गई है, जिनमें ब्लैकमेल कर रकम वसूलने के लिए दबाव बनाया जा रहा है.
कार्रवाई कराई जाएगी डीजीपी विजय कुमार
किशोरी से रेप मामले में आरोपी अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता और दो भाजपा नेताओं के खिलाफ मीडिया ने डीजीपी विजय कुमार से कमिश्नरी में बातचीत की. पूछा कि मामले में पुलिस गिरफ्तारी नहीं कर पाई है. डीजीपी ने कहा कि पुलिस् ा महिला एवं बाल अपराध के मामलों में प्राथमिकता पर कार्रवाई करती है. ऐसे में इस मामले में भी आरोपियों पर साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई होगी. जो भी दोषी होंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. जल्द आरोपी पकड़े जाएंगे.
जांच इंस्पेक्टर क्राइम को हुई ट्रांसफर
रेप और छेड़छाड़ के मामले में पूर्व में जांच दरोगा अबरार के पास थी. इस मामले में विवेचना के दौरान चार पर्चे भी काटे गए. हालांकि पुलिस ने आईटी एक्ट की धारा भी बढ़ाई थी. आईटी एक्ट की धारा बढ़ाने के बाद इस मुकदमे में नियमानुसार इंस्पेक्टर को जांच दी जानी थी. इसके बाद दौराला थाने के इंस्पेक्टर क्राइम सतेंद्र यादव को जांच ट्रांसफर कर दी गई है. इंस्पेक्टर क्राइम ने छानबीन शुरू कर दी है.
गिरफ्तारी की रातभर रही चर्चा
वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता की देर शाम से लेकर रात तक गिरफ्तारी की चर्चा चलती रही. उसे हरिद्वार से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि पुलिस अधिकारी इस गिरफ्तारी से इंकार करते हुए नजर आए.