सरदार के दोनों बेटों को गुरुग्राम में मिली थी धर्म परिवर्तन कराने की ट्रेनिंग,जांच में जुटी पुलिस

Update: 2022-11-01 12:22 GMT
मेरठ। ब्रहमपुरी थाना क्षेत्र के मंगतपुरम के रहने वाले पंजाबी सरदार के दो बेटों अनिल और बसंत ने 2012 में ईसाई धर्म स्वीकार किया था। ईसाई धर्म स्वीकार करने के बाद उन्होंने अपना नाम अनिल मसीह और बसंत मसीह रखा था। इसके बाद दोनों भाइयों को अन्य लोगों को धर्म परिवर्तन कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके लिए दोनों भाइयों को गुरुग्राम के एक मिशनरी स्कूल में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था। जहां पर उनको अन्य लोगों का मतांतरण कराने ट्रेनिंग दी गई थी। ट्रेनिंग के बाद अनिल और बसंत के खाते में 80 हजार रुपये की रकम भी डाली गई थी। पुलिस अब सभी आरोपियों के बैंक खातों की डिटेल खंगाल रही है। वहीं अब दो और लोगों को भी नामजद किया गया है। जिसके बाद धर्मा परिवर्तन मामले में नामजद आरोपियों की संख्या 11 पहुंच गई है।
एसएसपी रोहित सजवाण ने बताया कि अनिल और बसंत दोनों भाईयों ने पूछताछ में जानकारी दी है कि दोनों के खाते में उक्त रकम आई थी। उसके बाद कुछ रकम नकद दी गई थी। एसएसपी ने बताया कि अनिल पास्टर के बैंक खातों के बारे में जानकारी मांगी गई है। जिससे पता चल सकें कि उनके खाते में कितनी रकम आई है।
धर्मांतरण के मामले में गुरुग्राम के कनेक्शन पर जांच चल रही है। पुलिस जांच कर रही है कि गुरुग्राम में ईसाई मिशनरी के स्कूल से बसंत और अनिल को कौन मदद कर रहा था।
बसंत और अनिल मंगतपुरम के अन्य लोगों को भी गुरुग्राम लेकर जा चुके है। पुलिस इस मामले में अस्थाई चर्च में जाकर प्रार्थना करने वाले लोगों से भी पूछताछ करेगी।

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