इलाहाबाद न्यूज़: शहर के सिविल लाइंस जैसे पॉश इलाके का संगम प्लेस असुरक्षित हो गया है. इमारत के बेसमेंट में दोपहर बिजली के तार से निकली चिंगारी तुरंत बुझा दी गई. चिंगारी निकलते लोगों ने देख लिया था. यही चिंगारी रात में निकली होती तो बड़ा हादसा हो सकता था. यह भवन असुरक्षित हो गया है.
इमारत के बेसमेंट में बिजली के तार बिखरे पड़े हैं. फायर हाइड्रेंट वर्षों से खराब है. इस इमारत में कई सरकारी और गैर सरकारी दफ्तर हैं. बेसमेंट में जहां आग लगी, वहां कई दुकान और गोदाम हैं. इसके बाद भी इमारत की रखरखाव नहीं होता. प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने इस इमारत को बनाकर कई साल तक देखरेख की. इसके बाद पीडीए ने आवंटियों से साफ कह दिया कि अब न रखरखाव का शुल्क लेंगे और न ही देखभाल करेंगे.
पीडीए ने किनारा किया तो इमारत का रखरखाव बंद हो गया. रखरखाव से पल्ला झाड़ने के पहले पीडीए ने यहां सोसाइटी भी नहीं बनाई. सोसाइटी बनाने पर आवंटियों में सहमति नहीं बनी. इसके चलते इमारत की उपेक्षा होती रही. एक लिफ्ट महीनों से बंद है. 10 तल इमारत पर आवागमन के लिए एक लिफ्ट ही चल रही है. इसके आवंटी उमंग ग्रोवर ने बताया कि अब सोसाइटी बनाने पर विचार हो रहा है. इसके लिए सभी से बात की जाएगी.
सीएफओ ने निरीक्षण कर इमारत को असुरक्षित बताया
संगम प्लेस के बेसमेंट में बिजली के केबल से चिंगारी निकलने की घटना के बाद मुख्य अग्निशमन अधिकारी आरके पांडेय ने निरीक्षण किया. उन्होंने आवंटियों से बातचीत कर बिजली के बिखरे केबल ठीक करने का निर्देश दिया. मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि इमारत में कुछ भी व्यवस्थित नहीं है. बिजली के तारों को व्यवस्थित नहीं होने पर फिर हादसा हो सकता है.
बिजली विभाग ने फिर की मरम्मत
बिजली विभाग के कर्मचारियों ने जले हुए केबल की मरम्मत की. मीटरों की जांच की. इमारत की सुरक्षा को लेकर मेयोहाल के अधिशासी अभियंता प्रवीण सिंह ने कर्मचारियों की टीम मरम्मत के लिए भेजी थी. केबल से चिंगारी निकलने पर भी बिजली विभाग के कर्मचारियों ने मरम्मत की थी.