वाराणसी। सिंधोरा थाना क्षेत्र के झंझोर स्थित पुलिया के समीप सोमवार की सुबह इलेक्ट्रिक स्कूटी से स्कूल जा रहे भाई-बहन को ट्रैक्टर ने धक्का मार दिया। इसके बाद भाई यशवंत स्कूटी समेत दूर गिरकर जख्मी हो गया और 12 वर्षीया बहन श्वेता पटेल को ट्रैक्टर ने रौंद दिया। मौके पर ही श्वेता की मौत हो गई। दुर्घटना के बाद शोर मचाते ग्रामीण जब दौड़े तो चालक ट्रैक्टर छोड़कर भाग निकला। इसके बाद मौके पर पहुंचे परिजनों और ग्रामीणों ने ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया। सुबह आठ बजे हुई इस घटना के बाद चार घंटे तक हंगामा होता रहा। अफसरों के समझाने पर दोपहर 12 बजे ग्रामीण शांत हुए और धरना-प्रदर्शन समाप्त हुआ।
बताया है कि फूलपुर के सराय गांव निवासी ओमप्रकाश पटेल का 16 वर्षीय पुत्र यशवंत सुबह आठ बजे स्कूटी से अपनी बहन श्वेता पटेल को गंगापुर स्थित एक निजी स्कूल छोड़ने जा रहा था। इसी दौरान राजपुर स्थित एक बिल्डिंग मैटेरियल के दुकान का बालू लेकर ट्रैक्टर चालक जा रहा था। झंझोर पुलिया के समीप ट्रैक्टर ने स्कूटी में धक्का मार दिया। धक्का लगते ही भाई यशवन्त स्कूटी समेत सड़क के पटरी पर जा गिरा और बहन ट्रैक्टर के नीचे आ गई। श्वेता की मौके पर मौत हो गई और भाई यशवंत को हल्की चोटें आई। घटना के बाद ग्रामीण ट्रैक्टर चालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। उन्होंने घटना स्थल से थोड़ी दूर पर खड़ी ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया। इसके साथ ही सड़क जाम कर मुआवजे और चालक की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
सूचना पर घटना के एक घंटे बाद पहुची सिंधोरा पुलिस बच्ची की लाश और ग्रामीणों का आक्रोश देख मूकदर्शक की तरह खड़ी रही। ट्रैक्टर धूं-धंू कर जलता रहा। यही नहीं चालक को हवाले करने के लिए कुछ ग्रामीण ट्रैक्टर मालिक के घर तक चढ़ गए। घटना के तीन घण्टे बाद फायर बिग्रेड मौके पर पहुंची तब जकर आग बुझाई जा सकी। ग्रामीण दोपहर 12 बजे तक ग्रामीण झंझोर- मंगारी मार्ग पर जाम लगाए रहे। घटना की जानकारी पर एसीपी अमित पांडेय के अलावा अन्य थाने की फोर्स पहंुच गई थी। एसीपी व अन्य पुलिस अधिकारियों के काफी समझाने, मुआवजा दिलाने का आवश्वासन दिया। लेकिन ग्रामीण और परिवार के लोग मानने को तैयार नही थे। बाद में किसी तरह समझाने पर दोपहर 12 बजे जाम समाप्त हुआ। इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टर्माटम के लिए भेजा।