खाकचौक के संतों ने छोड़ा मेला, लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करेंगे शिकायत

Update: 2022-12-19 07:23 GMT

इलाहाबाद न्यूज़: माघ मेला क्षेत्र के महावीर मार्ग पर जमीन आवंटन को लेकर फिर विवाद गहरा गया. 20 बीघा जमीन नाले में देने से नाराज खाकचौक व्यवस्था समिति के संतों ने भूमि आवंटन रोककर मेला छोड़ दिया. संतों ने बांध स्थित मंदिर पर धरना शुरू कर दिया. साथ ही चेतावनी दी कि अगर प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने उनकी बात न सुनी तो सभी शाम प्रयागराज से लखनऊ कूच करेंगे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत करेंगे.

खाकचौक व्यवस्था समिति को महावीर मार्ग पर जमीन दी जा रही है. जमीन आवंटन का काम शुरू हुआ तो तीर्थ पुरोहितों से विवाद हो गया. विवाद गहराया तो प्रशासन ने भूमि आवंटन रोक दिया और दोनों पक्षों को प्राधिकरण कार्यालय बुलाया. यह कहा गया कि दूसरी जगह जमीन का बंदोबस्त होगा, लेकिन जमीन वहीं दी गई. एक बार फिर खाकचौक के संत जमीन आवंटन के लिए आए तो तीर्थ पुरोहितों से तीखी नोकझोंक हुई. विवाद बढ़ने पर प्रशासन ने भी हाथ खड़े कर दिए. इससे नाराज व्यवस्था समिति के प्रधानमंत्री संतोषदास 'सतुआ बाबा' ने भूमि आवंटन रोक दिया. साथ ही ऐलान किया कि कोई भी संत सुविधा पर्ची नहीं लेगा. जमीन मिलेगी तो पूरी नहीं तो मेला छोड़ा जाएगा.

यह लगाया है आरोप: व्यवस्था समिति के प्रधानमंत्री संतोषदास ने आरोप लगाया है कि उन्हें नाले में जमीन दी जा रही है. दलदल युक्त जमीन दे रहे हैं. अधिकारियों से बात का प्रयास किया जा रहा है तो वो सुन नहीं रहे हैं. इसी समस्या को लेकर मेला छोड़ दिया गया है. अगर सुनवाई न हुई तो मेले का बहिष्कार कर संत लखनऊ जाएंगे.

महावीर मार्ग पर पांटून पुल के पास गंगा के करीब पहले तीर्थ पुरोहित बसते हैं, जबकि इसके बाद खाकचौक के संत. इस बार गंगा का जलस्तर कम होने के कारण अधिक जमीन मिल गई है. ऐसे में तीर्थ पुरोहित जहां तक बसे थे वहां की मांग कर रहे हैं. जबकि खाकचौक समिति का कहना है कि तीर्थ पुरोहितों को 650 वर्ग फीट जमीन दी जाती थी, उतनी दी जाए. इसी बात को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने हैं.

खाकचौक के संतों को पूरी जमीन अवंटित कर दी गई. उनके कुछ मामले हैं जिसके लिए वार्ता के लिए बुलाया गया है. सभी समस्याएं दूर की जाएंगी.

-अरविंद चौहान, मेलाधिकारी

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