Sahibabad: दस दिन बाद भी अपहरण के प्रयास का केस दर्ज नही किया
"जबरन कार में डालकर ले जाने के साथ-साथ आरोपियों ने मारपीट भी की"
साहिबाबाद: शालीमार गार्डन थाना क्षेत्र के डीएलएफ कॉलोनी भगत सिंह चौक निवासी ठेकेदार ऋषभ शर्मा को अपहरण करने का प्रयास दस दिन पहले किया गया था। गन प्वाइंट पर जबरन कार में डालकर ले जाने के साथ-साथ आरोपियों ने मारपीट भी की।
आरोपियों के चंगुल से बचकर निकले ठेकेदार ने पुलिस से शिकायत की, लेकिन दस दिन बाद भी उनका मुकदमा पुलिस ने दर्ज नहीं किया। पीड़ित हर रोज थाने जाकर घंटों अपनी सुनवाई का इंतजार करता है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। मामले में अधिकारी भी खामोश हैं।
ऋषभ शर्मा ने बताया कि वह टाइल व पत्थर लगाने का ठेका लेते हैं। 16 दिसंबर की रात तीन लोग उनके घर पहुंचे और उन्हें बहाने से बाहर बुलाकर गन प्वाइंट पर नीचे ले गए।
यहां तीन कारों में और लोग भी मौजूद थे। सभी ने मिलकर उनसे मारपीट की और कार में डालकर ले गए। कार में भी आरोपियों ने मारपीट की यहां तक कि पिस्टल की बट से भी हमला किया। भोपुरा चौक के पास वह किसी तरह से कार से कूद गए। तब अपहरणकतार्ओं ने गाड़ी से उतरकर उनसे मारपीट की लेकिन लोगों की भीड़ जमा होती देख भाग गए।
पीड़ित ने किसी से मोबाइल लेकर अपनी बहन शोभा राणा को फोन करके पूरी बात बताई। तब शोभा राणा ने पुलिस से संपर्क किया और पुलिस के साथ भोपुरा मोड़ पर अपने भाई के पास पहुंची। शोभा ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने थाने पहुंच कर तहरीर देने के लिए कहा था। 17 दिसंबर की सुबह ऋषभ और शोभा शालीमार गार्डन थाने पहुंचे और शिकायत दी। आरोप है कि घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी निकाल ली लेकिन फिर भी पिछले दस दिन से उनका मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
पीड़ित ने बताया कि दो हमलावरों को वह पहचानते हैं। दोनों उनके बहनोई के परिचित हैं। वह हर रोज थाने जाते हैं और कई घंटे तक बैठे रहते हैं। फिर भी उनका मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा है।
मामले में एसीपी शालीमार गार्डन सलोनी अग्रवाल ने बताया कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। जो तथ्य सामने आए हैं उनके आधार पर जांच और कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा रहा है।