कानपूर न्यूज़: जीआरपी ने ट्रेनों में सहालग के लुटेरों के गैंग का भंडाफोड़ किया है. सरगना समेत चार बदमाशों को गिरफ्तार कर छह लाख के जेवर और नगदी बरामद की गई. 128 वारदातें कर चुके ये लुटेरे सिर्फ सहालग के दौरान ही ट्रेनों में सफर करते थे और मौका पाते ही जेवर और रुपये पार कर देते थे. अहम बात है कि ये पंडितों के संपर्क में रहते थे और मांगलिक कार्यक्रमों के शुभ मुहूर्त की जानकारी तारीखवार रखते थे.
आरोपितों की पहचान इटावा के इकदिल निवासी दीपक दिवाकर, फिरोजाबाद के मोदी नगर निवासी प्रताप, फिरोजाबाद के सत्य नगर निवासी रंजीत उर्फ रिंकू और मैनपुरी के शीतला नगर निवासी विनय उर्फ टोटा के रूप में हुई. पूछताछ में इन्होंने चौंकाने वाली जानकारियां दीं. सेंट्रल के जीआरपी इंस्पेक्टर रामकृष्ण द्विवेदी के मुताबिक बदमाया ट्रेनों में रिजर्वेशन कराकर चलते थे. बातचीत के दौरान यात्रियों से जानते थे कि वह शादी समारोह में जा रहे हैं. इसकी पुष्टि होते ही वह मोबाइल से गैंग के अन्य सदस्यों को अलर्ट कर देते थे. सफर के दौरान ही शिकार बनाते थे. इन्होंने लखनऊ से लेकर कानपुर, मथुरा, आगरा, इटावा और गाजियाबाद समेत कई प्रमुख स्टेशनों से सफर किया और यात्रियों के बैग और जेवर पार उड़ाए.
इस तरह महिलाएं रहीं सॉफ्ट टारगेट आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि ट्रेनों और स्टेशनों पर महिलाएं इनका सॉफ्ट टारगेट होती थीं. चार माह पहले नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस से एक महिला यात्री का हैंडबैग उड़ाने की बात कबूली. इसमें हीरे की अंगूठी, सोने की झुमकी, घड़ी और 2500 नगद मिलने की बात बताई. सेंट्रल स्टेशन के फुट ओवरब्रिज पर सो रही महिला यात्री का ट्रॉली बैग उड़ाया जिसमें मंगलसूत्र और पाजेब आदि मिला था. इसी तरह 3 माह पहले मगध एक्सप्रेस में एसी कोच से महिला यात्री का पर्स उड़ाया जिसमें सोने की बाली और छह हजार नगदी मिली थी. भोपाल प्रतापगढ़-एक्सप्रेस से महिला का पर्स चोरी किया था जिसमें 2 सोने की चेन, एक सेट झुमकी, एक जोड़ी चांदी की पायल और 60 हजार नगद मिले थे. 20 दिन पहले राजधानी एक्सप्रेस से मोबाइल चोरी किया. पनकी धाम स्टेशन पर गोमती एक्सप्रेस में चढ़ते वक्त एक महिला का मंगलसूत्र और सोने की चेन उड़ाई.