लखनऊ न्यूज़: दुबग्गा के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान गर्भवती व गर्भस्थ शिशु की मौत हो गई. गुस्साए परिवारीजनों ने इलाज में कोताही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. रिसेप्शन, अस्पताल की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए. पुलिस मौके पर पहुंची.
दुबग्गा के बेगरिया स्थित अवध विहार कॉलोनी निवासी सलमा खातून (30) को शाम प्रसव पीड़ा हुई. निजी अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कर लिया. पति मुनीश का आरोप है कि पत्नी को ऑपरेशन थिएटर ले जाने में लापरवाही बरती गई. सलमा स्ट्रेचर से गिर पड़ी. इससे रक्तस्राव होने लगा. डॉक्टरों ने समुचित इलाज उपलब्ध नहीं कराया. बहुत कहने पर खून चढ़ाने को राजी हुए. 5000 रुपये अलग से जमा कराए. काफी देर बाद महिला डॉक्टर आईं. तब तक सांसें थम गईं. कर्मचारियों ने अभद्रता की तो तीमारदारों ने तोड़फोड़ की. मेज, कुर्सी और गमले आदि भी तोड़ दिए. तोड़फोड़ की घटना में सुशील नाम के मरीज को कांच लग गया. एक तीमारदार भी चोटिल हो गया है. डिप्टी सीएमओ डॉ. एपी सिंह का कहना है घटना गंभीर है. जांच कराई जाएगी.
अब सात दिन में घर पहुंचेगा डीएल
डीएल न पहुंचे तो यहां करें शिकायत
अप्रूवल के बाद सात कार्य दिवसों में डीएल घर के पते पर न पहुंचे तो आवेदक परिवहन विभाग के टोल फ्री नंबर 18001800151 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं. शिकायत करते समय आवेदक के पास डीएल नंबर होना जरूरी है.
नए ड्राइविंग लाइसेंस प्रिंट होकर अब सात दिनों में लोगों के घर पहुंच जाएंगे. चिप की कमी के चलते 10 लाख से ज्यादा डीएल प्रिंट ही नहीं हो पा रहे थे. अब परिवहन विभाग ने दावा किया है कि स्मार्ट चिप कंपनी को लगातार चिप उपलब्ध हो रहे हैं. साथ ही डीएल की पेंडेंसी खत्म हो गई है.
उप परिवहन आयुक्त आईटी सगीर अहमद अंसारी ने बताया कि अप्रैल और मई में परिवहन विभाग ने रिकॉर्ड 10 लाख डीएल जारी किए. यही वजह रही कि अब जून के डीएल सात दिन के अंदर आवेदकों के घर पहुंचने लगे हैं. इससे पूरी तरह से लाइसेंस की वेटिंग खत्म हो गई है.