लखनऊ न्यूज़: लखनऊ में बिजली पोल और ट्रांसफार्मर का पैसा जमा करने के बावजूद कनेक्शन नहीं हो रहा है. कई लोग आवेदन के बाद बिजली कनेक्शन के लिए उपकेंद्रों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं. लेसा में ऐसे करीब 538 लोग महीनों से बिजली कनेक्शन के लिए भटक रहे हैं. आरोप है कि जेई कभी संसाधनों की कमी तो कभी तकनीकी खामियों का बहाना बनाकर डेढ़ से दो माह तक फाइल लटका रहे.
नादरगंज निवासी मोहम्मद तौसीफ ने बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया, जिस पर विभाग ने बिजली पोल लगाने की बात कहकर 45 हजार रुपये का एस्टीमेट बना दिया. जिसे तौसीफ ने 21 मार्च को जमा भी कर दिया. इसके बावजूद परिसर पर कनेक्शन नहीं हुआ. इसके अलावा केशव प्रसाद सिंह ने भी नादरगंज में अस्थाई कनेक्शन के लिए आवेदन किया. पर न सर्वे हुआ और न परिसर पर मीटर लगा. मलिहाबाद निवासी इंद्रसेन ने 01 मार्च को झटपट पोर्टल पर एक किलोवाट घरेलू कनेक्शन के लिए (आवेदन सं. 1012764221) आवेदन किया. पर अभी तक कनेक्शन नहीं हुआ. काकोरी के सलेमपुर निवासी मोहम्मद ताहिर ने 19 मार्च को दो किलोवाट घरेलू कनेक्शन के लिए आवेदन किया. इसके बावजूद परिसर पर मीटर नहीं टंगा. सआदतगंज निवासी मोहम्मद मारूफ ने 13 फरवरी को बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था.
तकनीकी बहाना बनाकर होल्ड कर रहे आवेदन
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि लेसा के जूनियर इंजीनियर किसी आवेदन को रिजेक्ट नहीं करते, बल्कि आधी-अधूरी और गलत जानकारी का बहाना बनाकर होल्ड कर देते हैं. इससे मोहनलालगंज, निगोहां, नगराम, सरोजनीनगर, नादरगंज, बनी, बंथरा, पारा, मलिहाबाद, रहीमाबाद, काकोरी, बीकेटी, चिनहट, फैजुल्लागंज में रोजाना आवेदक परेशान होते हैं.
यदि किसी उपभोक्ता ने बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया है. किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है तो सात दिन के भीतर कनेक्शन होगा. संबंधित जेई से रिपोर्ट मांगी जाएगी.
एमपी सिंह, अधीक्षण अभियंता, सर्किल-चार, लेसा