इलाहाबाद न्यूज़: अरहर दाल के साथ अदरक भी खाने का जायका बिगाड़ रहा है. भोजन से लेकर आयुर्वेदिक दवा, चाय, काढ़ा में उपयोग होने वाला अदरक का भाव एक महीने में पांच गुना तक महंगा हो गया है. अदरक एक महीने पहले 15 रुपये पाव बिक रहा था. आज वही अदरक 75 रुपये पाव बिक रहा है. अदरक की राह लहसुन भी चल पड़ा है.
थोक बाजार में अदरक 170-180 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. फुटकर मार्केट में 240-250 रुपये किलो बेचा जा रहा है. लहसुन का भाव दो दिन में 10 रुपये उछलकर 140 रुपये किलो तक पहुंच गया. मुंडेरा मंडी में लहसुन 80 रुपये किलो बिका. मुंडेरा मंडी के आढ़ती सतीश कुशवाहा ने बताया कि कर्नाटक से ही अदरक महंगा आ रहा है. कानपुर, एटा और मैनपुरी से लहसुन अधिक आ रहा था तो बाजार में 20 रुपये किलो भाव था. आवक कम होते ही दो महीने में ही भाव चार गुना तक चढ़ गया. दूसरी ओर गंगापार से आ रही हरी सब्जियों से मंडी पटी है, लेकिन खरीदार नहीं हैं. कोहड़ा, चौरा, नेनुआ फेंका जा रहा है. गंगापार की गोभी भी मंडी में आ रही है.
लापरवाही पर ब्लैक लिस्ट होंगी एजेंसियां: कौशल विकास केंद्र के तहत जिले में युवाओं को दिए जाने वाले प्रशिक्षण की स्थिति ठीक नहीं है. जिले में 50 एजेंसियां हैं, लेकिन तमाम एजेंसियां महीनों से काम नहीं कर रही हैं. जब सीडीओ गौरव कुमार ने विकास भवन में सभाकर प्रशिक्षण का हाल जाना तो गति बेहद खराब मिली. सीडीओ ने चेतावनी दी है कि जून तक प्रशिक्षण की स्थिति ठीक न हुई तो लापरवाह एजेंसियों को ब्लैक लिस्ट कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी. चार एजेंसियां बैठक में नहीं आईं इसलिए स्पष्टीकरण मांगा है.