बारिश ने शहर की सड़कों की स्थिति बेहद खराब कर दीं। अब गड्ढे ज्यादा सड़क कम नजर आ रही है। ऊपर से गड्ढों में भीषण जलभराव है, जो दोपहिया, साइकिल सवार, ई-रिक्शा सवार राहगीरों के जीवन को संकट में डाल रहा है। बदायूं रोड, सिटी स्टेशन रोड की इतनी दुर्दशा है कि रोज यहां ई-रिक्शा पलटकर सवारियां चोटिल हाे रही हैं। शनिवार दोपहर सिटी स्टेशन रोड पर कई ई-रिक्शा पलटने के साथ दोपहिया वाहन सवार भी गिरे।
रविवार दोपहर बदायूं रोड पर गड्ढों में उसी तरह के हादसे हुए। कईयों को चोटें आईं। इस बारिश से सबसे ज्यादा स्थिति खराब किला पुल, हार्टमन पुल और चौपुला पुल के पास से गुजर रहे मढ़ीनाथ पुल को जाने वाली सड़क की हो गई है। किला पुल और हार्टमन पुल की सड़क पहले से जर्जर थीं। सड़क की सरिया तक दिख रही हैं, अब और स्थिति बिगड़ गई। चौपुला पुल के पास वाली मढ़ीनाथ पुल की सड़क भी बारिश में धंस गई।
इसके साथ चौपुला पुल के नीचे 20 से 25 फिट गहरी खोदाई को पाटकर बनाई सड़क भी धंसी है। सड़कें बेहद खोखली दिख रही हैं। ऐसा लग रहा है कि इनके नीचे धरती गायब है। लंबे समय पहले डामरीकरण करके बनाई सड़कें एकाएक धंसने से साफ नजर आ रहा है कि कमीशनखोरी खूब हुई है। यही वजह है कि बारिश में कमीशनखोरी के होल नजर आने लगे हैं।
ये सड़कें जल निगम, सेतु निगम और पीडब्ल्यूडी के जिम्मेदारों के अधीन आती हैं। चौपुला पुल के नीचे की स्थिति बेहद खराब है। पहले महीनों तक खोदाई चली। अब फिर जल निगम सीवर लाइन बिछाने को खोदाई करा रहा है, इसकी वजह से भी सड़कें धंसने की बात सामने आ रही है।
दिनभर इन्हीं जर्जर सड़कों के बीच से लोग गुजरे लेकिन जिम्मेदार धंसी सड़कों में रोड़ा डलवाने तक नहीं पहुंचे हैं। किला पुल के पास भी सड़क धंसी है। जाे राहगीरों के लिए खतरनाक बनी है। बारिश इसी तरह लगातार होती रही तो सड़कों की गुणवत्ता की पोल के साथ कई विभागों के जिम्मेदारों की कमीशन बाजी का ढोल भी बजने लगेगा।
न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar