कलेक्ट्रेट में गरजे रालोद नेता, गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर दिया धरना
मुजफ्फरनगर: कचहरी में डीएम आफिस के सामने रालोद कार्यकर्ताओं ने धरना देते हुए प्रदर्शन किया। सरकार से गन्ना मूल्य घोषित करने और बकाया भुगतान की मांग सहित आवारा पशुओं से निजात दिलाने की मांग की गई। चेतावनी दी गई कि यदि सरकार का यही रवैया रहा तो रालोद सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेगा।
मंगलवार को राष्ट्रीय लोकदल कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर बुढ़ाना विधायक राजपाल बालियान की अध्यक्षता में धरना दिया। धरना सभा की अध्यक्षता करते हुए विधायक राजपाल बालियान ने कहा कि प्रदेश सरकार निकम्मी हो चुकी है। पेराई सत्र खत्म होने को है और गन्ना मूल्य अभी तक घोषित नहीं किया गया है। किसान परेशान है, कई चीनी मिल अभी तक बकाया भुगतान नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं ने किसानों की फसल उजाडऩा शुरू कर दिया है। किसान रात रातभर जाग कर अपनी फसल का पहरा दे रहा है। सरकार आवारा पशुओं से किसानों को मुक्ति नहीं दिला पा रही। बेरोजगारी और महंगाई चरम सीमा पर पहुंच रही है। युवक परेशान है, प्रत्येक वर्ग हाहाकार कर रहा है। फसल का लागत मूल्य लगातार बढ़ता जा रहा है। उसके सापेक्ष सरकार फसलों का दाम नहीं दे रही। एमएसपी घोषित नहीं किया जा रहा है। जिससे किसान नुकसान में पहुंच गया है।
रालोद नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि प्रदेश और केंद्र सरकार किसान विरोधी नीतियों से बाज नहीं आई तो सड़कों पर उतर कर उग्र आंदोलन किया जाएगा। धरने का संचालन जिलाध्यक्ष संदीप मलिक ने किया।
इस अवसर पर पूर्व सांसद राजपाल सैनी, विधायक मदन भैया,विधायक अनिल कुमार, विधायक चंदन चौहान, पूर्व मंत्री योगराज सिंह, पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, मंडल अध्यक्ष अजीत राठी, कृष्णपाल राठी चेयरमैन, बार संघ के पूर्व अध्यक्ष राजेश्वर त्यागी, बुढ़ाना ब्लाक प्रमुख विनोद मलिक, मोहित मलिक, सुधीर भारती, दीन मोहम्मद सहित सैकड़ों पदाधिकारी और कार्यकर्ता धरने में मौजूद रहे।