उत्तरप्रदेश | चार महीने से पुलिस को चकमा दे रहे माफिया विनोद उपाध्याय की गिरफ्तारी के लिए अब उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया है. एडीजी जोन अखिल कुमार ने इनाम की यह राशि बढ़ाई है.
इससे पहले से माफिया पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. एसटीएफ के साथ ही क्राइम ब्रांच व जिले के दो थानों की पुलिस विनोद उपाध्याय की तलाश कर रही है. हालांकि किसी के पास विनोद का कोई सुराग नहीं है.
मूलरूप से अयोध्या जिले के माया बाजार, स्थित उपाध्याय का पुरवा निवासी विनोद उपाध्याय का नाम जिले के टाप 10 व प्रदेश के 69 माफिया की सूची में शामिल है. शाहपुर के रेल विहार, गोरखनाथ के धर्मशाला बाजार में भी उसका मकान है. बीती 24 मई को गुलरिहा थाने में कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने,
रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज होने के बाद से माफिया विनोद उपाध्याय की तलाश में स्थानीय पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम लगी हुई है.
गुलरिहा में केस दर्ज होते ही एसएसपी ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. हालांकि बाद में आईजी ने 50 हजार रुपये इनाम घोषित किया उसके बाद एसटीएफ भी उसकी तलाश में जुट गई थी लेकिन किसी को सफलता नहीं मिली. पुलिस ने विनोद के करीबियों को हिरासत में लिया पर माफिया सामने नहीं आया. विनोद के गुर्गों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया. दबाव बढ़ने पर उसके भाई ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया. जीडीए ने बिना मानचित्र के बने माफिया विनोद के फार्म हाउस व भाई संजय के घर पर बुलडोजर चलाया. इसके बाद भी दबाव में नहीं आया.
चार महीने में विनोद पर दर्ज हुए पांच केस
विनोद पर 24 मई को रंगदारी व जमीन हड़पने और जालसाजी के आरोप में केस दर्ज हुआ उसके बाद अब तक 5 से ज्यादा केस शाहपुर, गुलरिहा व रामगढ़ताल में थाने दर्ज हुए. विनोद पर 30 से ज्यादा केस दर्ज है.