लखनऊ: संपत्ति के विवाद में इकलौते बेटे ने ही सर्राफ पिता और बहन की दराती से गला रेतकर हत्या की थी. पत्नी और अपनी गत्ता फैक्ट्री के कर्मचारी की मदद से उसने इस सनसनीखेज हत्याकांड अंजाम दिया. पिता की हत्या का विरोध और चश्मदीद गवाह होने के कारण बहन को भी मौत के घाट उतार दिया. 24 घंटे के भीतर पुलिस ने दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए हत्या में इस्तेमाल दराती और गायब मोबाइल समेत अन्य सामान बरामद कर लिया. पुलिस ने सर्राफ के हत्यारोपी बेटे, पुत्रवधू और नौकर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से तीनों को दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया.
सुबह शहर के मोहल्ला कटरा गुलाम अली में सर्राफ योगेश चंद्र अग्रवाल और उनकी दत्तक बेटी सृष्टि की रक्तरंजित शव घर में ही हॉल में फर्श पर पड़ी मिली थी. दोनों की हत्या गला रेतकर की गई थी. मोबाइल फोन भी गायब थे. दिन निकलते ही दोहरे हत्याकांड की खबर से शहर में जहां सनसनी फैल गई थी. डीआईजी व एसपी ने भी घटनास्थल का मुआयना किया था.
जूते, दस्ताने पर लगे खून को वॉशिंग मशीन में धोया
एसपी के मुताबिक दोनों की हत्या करने के बाद पुलिस को गुमराह करने के नजरिए से इशांक ने कमरे की अलमारी में रखा समान बिखेर दिया ताकि लूट के बाद हत्या की थ्योरी को मजबूत किया जा सके. खून सेनीटाइजर का पोछा लगाकर साफ किया. अपने जूते, दस्ताने व चप्पल पर लगे खून को वॉशिंग मशीन में धोया.