खुलासा: ठगी की राशि नेटवर्किंग से सैकड़ों खातों में भेजी गई

Update: 2024-04-24 05:21 GMT

वाराणसी: रथयात्रा की रिटायर शिक्षिका शम्पा रक्षित से 3.55 करोड़ की ठगी में साइबर पुलिस के हाथ लगे जयपुर के 20 वर्षीय शातिर पवन सिंह से पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं. बताया कि नेटवर्किंग प्रक्रिया के जरिये सैकड़ों खातों में रकम भेजी गई थी.

शम्पा रक्षित को डराकर शातिरों ने बीकानेर के जस्सर गेट के पास स्थित एक बैंक में तीन करोड़ मंगाये थे. जबकि 55 लाख रुपये जयपुर के मानसरोवर स्थित बैंक के खाते में गया था. 55 लाख जिस खाते में मंगाये गये थे, वह पवन सिंह ने फर्जी नाम और पते पर खुलवाया था. पुलिस की पूछताछ में बताया था कि राशि एक खाते में मंगाने के बाद अगले 40 या 50 खातों में भेज देते. इसके बाद उन 40 से 50 खातों से भी रुपये अन्य कई एकाउंट्स में भेजे जाते. ऐसा इसलिए कि पुलिस रुपये न होल्ड करा दे. ज्यादा खाते होने से पुलिस को फ्रिज कराने में देर लगती तबतक रुपये निकाल लेते. यही वजह है कि पुलिस अबतक करीब 70 लाख रुपये ही फ्रिज और बरामद कर सकी है.

फ्रिज पैसे के ट्रांसफर का इंतजार फ्रिज कराए 65 लाख अभी शिक्षिका को मिलने हैं. साइबर थाना पुलिस के मुताबिक कोर्ट संबंधी प्रक्रिया पूरी होने के बाद रुपये शिक्षिका के खाते में वापस आ जाएंगे.

शोरूम से 1.10 करोड़ टैक्स वसूला

राज्य कर विभाग ने इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के शोरूम से 1.10 करोड़ रुपये टैक्स और जुर्माना वसूला है. बनारस में सात शोरूमों में छापेमारी में अघोषित सामान के मिलने के बाद विभाग ने कर चोरी पकड़ी. विभाग ने बनारस में लक्सा, अखरी बाईपास, मुगलसराय, रवींद्रपुरी, सिगरा समेत सात शोरूम में कार्रवाई की थी. इसके अलावा गोरखपुर, जौनपुर, आजमगढ़ में भी छापेमारी हुई थी. एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2 एसआईबी एमपी सिंह के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में कंपनी द्वारा अपने लाभ को भी खर्च में दिखाया गया.

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