बस्ती न्यूज़: नेशनल मेडिकल काउंसिल के फरमान से मेडिकल छात्रों में नाराजगी है. काउंसिल की ओर से जारी फरमान के अनुसार परीक्षा जनवरी व फरवरी के बजाए इसी साल नवम्बर में कराई जाएगी. छात्रों का कहना है कि उनका कोर्स दिसम्बर में खत्म हो रहा है. ऐसे में अगर परीक्षा एक माह पूर्व कराई गई तो छात्रों का नुकसान होना तय है. इसे लेकर अब छात्रों में आक्रोश पनप रहा है. अगर एनएमसी का फरमान वापस न हुआ तो छात्रों का आक्रोश धरना-प्रदर्शन में बदल सकता है. कॉलेज के प्राचार्य प्रो. मनोज कुमार का कहना है कि उनके यहां किसी प्रकार का विरोध नहीं है. सामान्य रूप से शिक्षण और प्रशिक्षण कार्य चल रहा है.
मेडिकल कॉलेज बस्ती के एक अंतिम वर्ष के छात्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एनएमसी की ओर से जो गाइड लाइन आई है, उसके अनुसार पूरे देश के मेडिकल कॉलेज में नवम्बर में ही परीक्षा कराई जानी है. कुछ मेडिकल कॉलेज तो ऐसे हैं, जहां फरवरी तक कोर्स समाप्त होगा, ऐसे में वहां के छात्रों को तो पास होना मुश्किल हो जाएगा. इन कॉलेजों के छात्र अब मुखर होकर विरोध कर रहे हैं. बस्ती मेडिकल कॉलेज में दिसम्बर तक कोर्स समाप्त होगा, ऐसे में यह तय है कि बिना कोर्स पूरा कराए ही छात्रों को परीक्षा में बैठने के लिए विवश होना पड़ेगा.
एसोसिएस प्रो. समीर श्रीवास्तव ने बताया कि एनएमसी की ओर से अभी परीक्षा के लिए अंतिम समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है. सभी मेडिकल कॉलेज से पूछा जा रहा है कि उनके यहां कोर्स समाप्त होने की क्या स्थिति है. छात्रों को इसे लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है.
अगर परीक्षा नवम्बर में होगी तो हर हाल में उससे पहले कोर्स पूरा करा दिया जाएगा.