चुनाव आचार संहिता के कारण लखनऊ की 111 सड़कों की मरम्मत का काम अटका
पीडब्ल्यूडी ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर मरम्मत की अनुमति मांगी है
मथुरा: चुनाव आचार संहिता के कारण लखनऊ की 111 सड़कों की मरम्मत फंस गई है, जबकि शासन ने 47.42 करोड़ रुपये मंजूर कर दिए थे. मगर समय पर टेंडर प्रक्रिया पूरी न होने पर निर्माण शुरू नहीं हो पाया. पीडब्ल्यूडी ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर मरम्मत की अनुमति मांगी है. इसमें शहरी क्षेत्र की 38, ग्रामीण क्षेत्रों की 73 सड़कें शामिल हैं. पीडब्ल्यूडी अफसरों के मुताबिक अनुमति नहीं मिली तो जून में आचार संहिता खत्म होने के बाद निर्माण शुरू कराया जाएगा.
लखनऊ के माल इटौंजा से बदैया मार्ग, काकोरी रेलवे फीडर मार्ग, रहीमाबाद-माल से ससपन मार्ग, कसमंडी कला से सिरगामऊ समेत 111 मार्ग खराब थी. शासन के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी ने 47.42 करोड़ का प्रस्ताव बनाया. शासन ने बजट भी स्वीकृत कर दिया, मगर पीडब्ल्यूडी की टेंडर प्रक्रिया पूरी न होने से निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका. इसी बीच चुनाव तारीखों की घोषणा हो गई, जिसके बाद पीडब्ल्यूडी ने मरम्मत कार्य के लिए निर्वाचन आयोग से अनुमति मांगी है. पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के मुताबिक से जून के बीच सड़क निर्माण के लिए अनुकूल मौसम होता है. क्योंकि जुलाई से मानसून शुरू हो जाता है.
ग्रामीण क्षेत्रों की अधिकांश सड़कें शामिल : लखनऊ की जिन 111 सड़कों का मरम्मत फंसी है, इसमें मोहनलालगंज, मलिहाबाद, सरोजनीनगर, बीकेटी विधानसभा की 78 सड़कें शामिल हैं. शहरी क्षेत्र की 38 सड़कें हैं. एक्सईएन अनूप मिश्रा ने बताया कि निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा गया है. अनुमति मिलने पर मरम्मत शुरू की जाएगी.
500 करोड़ के काम चुनाव बाद शुरू होंगे
लखनऊ में करीब 500 करोड़ के पीएम मित्र पार्क, भटगांव डिफेंस सम्पर्क मार्ग का निर्माण भी चुनाव बाद शुरू होगा. भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई पूरी नहीं हुई है. इसमें 400 करोड़ के आउटर रिंग रोड के रैथा अंडरपास से पीएम मित्र पार्क (टेक्सटाइल पार्क) तक चार लेन निर्माण और आईआईएम से आउटर रिंग रोड रैथा अंडरपास मार्ग का निर्माण है. इसके अलावा 100 करोड़ के किसान पथ से भटगांव डिफेंस नोड पार्सल सम्पर्क मार्ग का निर्माणकार्य भी शुरू नहीं हुआ.