लखनऊ न्यूज़: एलडीए में मकान, प्लॉट, फ्लैट तथा दुकानों की रजिस्ट्री अब और जल्दी तथा आसानी से होगी. रजिस्ट्री के लिए आवंटियों को अफसरों, इंजीनियरों व बाबुओं के पास नहीं भटकना होगा. उन्हें केवल एक प्रार्थना पत्र ही देना होगा. इस प्रार्थना पत्र के बाद बाबू, इंजीनियर खुद दौड़कर लोगों के काम कराएंगे. इसके लिए एलडीए उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने हर काम की समय सीमा निर्धारित कर दी है. निर्धारित सीमा में सभी जिम्मेदारों को अपने काम करने होंगे.
एलडीए ने रजिस्ट्री के लिए सिंगल विंडो सिस्टम बनाया है. इसके बावजूद लोगों की संपत्तियों की रजिस्ट्री समय पर नहीं हो पा रही है. एलडीए उपाध्यक्ष ने समीक्षा की तो पता चला कि कई विभागों में फाइलें लम्बे समय तक रुक रही हैं. उन्होंने ने इस मामले रजिस्ट्री से जुड़े कामों की प्रक्रिया में बदलाव करने का आदेश कर दिया. सभी विभागों व अधिकारियों के लिए समय सीमा निर्धारित कर दी. किस विभाग व अधिकारी को कितने दिन में काम करना होगा यह भी तय कर दिया. इस अवधि में जो अधिकारी व बाबू काम नहीं करेगा उन परकार्रवाई होगी. आवंटी को केवल एक प्रार्थना पत्र भर देना होगा.
ईको ग्रीन पर सदन में होगा फैसला: शहर की साफ सफाई व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए सदन में फैसला होगा. घर-घर कूड़ा उठाने वाली कम्पनी ईको ग्रीन को हटाने पर भी सदन में ही फैसला होगा. शिवरी प्लांट में ढेर 18.50 लाख मीट्रिक टन कचरे के निस्तारण का टेण्डर भी बाद में कराया जाएगा. इसके अलावा कूड़े व सफाई के कई अन्य टेण्डर होने हैं. इन सभी को रोक दिया गया है. सदन में फैसले के बाद टेण्डर कराया जाएगा. नगर आयुक्त शहर की सफाई व्यवस्था को और बेहतर करने के प्रयास में लगे हैं.