वाराणसी न्यूज़: मंडलीय अस्पताल में घूस न देने पर एक दिव्यांग के निशक्तता प्रमाणपत्र को बदल देने का आरोप लगा है. जिस अस्पताल से दिव्यांग को निशक्तता का प्रमाणपत्र जारी हुआ, उसी ने दोबारा उसे स्वस्थ मानते हुए प्रमाणपत्र देने से मना कर दिया. इस प्रकरण में अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट पर 20 हजार रुपये घूस मांगने का आरोप है. एसआईसी डॉ. एसपी सिंह ने कहा कि इस मामले में संबंधित से पूछताछ की जाएगी.
राजातालाब के राजकुमार गुप्ता ने सुनने में दिक्कत होने पर फरवरी 2018 में मंडलीय अस्पताल के ईएनटी विभाग में जांच कराई थी. ऑडियोमीट्रिक रिपोर्ट के आधार पर 45 फीसदी अशक्तता मानते हुए उन्हें दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किया गया था. पांच साल बाद फरवरी 2023 में दिव्यांग प्रमाण पत्र रिनुअल कराने के लिए राजकुमार ने मंडलीय अस्पताल में दोबारा चेकअप कराया. आरोप है कि रेडियोलॉजिस्ट ने 20 हजार रुपये घूस मांगे. रुपये नहीं देने पर राजकुमार को बीएचयू रेफर कर दिया गया. सीएम पोर्टल पर शिकायत करने पर गत 30 जून को उसकी जांच हुई. इस बार उसे अशक्त मानने से इनकार कर दिया.
जागरूकता ही रोग से बचाव का उपाय
स्वास्थ्य विभाग ने से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ किया. मंडलीय अस्पताल में मुख्य अतिथि विधायक डॉ. नीलकण्ठ तिवारी ने लोगों को संचारी रोग नियंत्रण के लिए शपथ दिलाई और रैली को रवाना किया. ब्लॉकों में भी रैलियां निकाली गईं. डॉ. नीलकण्ठ तिवारी ने कहा कि जागरूकता संचारी रोगों से बचाव का बेहतर उपाय है.