लखनऊ। योगी सरकार ने महिला सुरक्षा को प्राथमिकता रखते हुए महिलाओं से जुड़े अपराधों में तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश पुलिस को दिया है। पर लखनऊ दक्षिणी जोन के निगोहा थाने ने सीएम के आदेश को भी ठेंगा दिखा रखा है। दरअसल निगोहा थानांतर्गत भगवानपुर गांव में एक सगे मामा द्वारा अपनी 10 वर्ष की मासूम भांजी से डिजिटल रेप (अश्लील हरकत) करने का मामला प्रकाश में आया है। बच्ची की मां न्याय के लिए कई दिनों तक थाने में भटकती रही, पर प्राथमिकी नहीं ली गई। अंतत: उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई तो पुलिस ने छेड़खानी का मामला दर्ज करते हुए जांच को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
पीड़ित बच्ची की मां की लिखित शिकायत के अनुसार वह अपने भाई शिवम के साथ ही मायके में रहती थी। वह घर के दूसरे तल पर थी, तभी शिवम ने आवाज देकर पानी देने के लिए कहा। बच्ची पानी देने के लिए गई तो शिवम उसे गोद में बिठाकर गलत हरकतें करने लगा। जब बच्ची काफी देर तक नहीं लौटी तो उसकी मां ने जाकर देखा तो शिवम को बच्ची के साथ अश्लील हरकतें करते रंगेहाथ पकड़ा। विरोध करने पर मारपीट करने पर आमादा हो गया और बच्ची को जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की तो प्राथमिकी दर्ज नहीं ली गई। अंतत: उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई तो छेड़खानी की धारा में मामला दर्ज कर लिया गया, पर अबतक आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
निगोहा थाना प्रभारी विनोद कुमार यादव ने बताया कि बच्ची की मां की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच में पता चला है कि दोनों तलाकशुदा हैं। तलाक के बाद बच्ची की मां अपने मायके में ही रहने लगी थी। मां का निधन हो गया था। वसीयत में उसने बेटा व बेटी के नाम आधी-आधी जायदाद की थी। पीड़िता का आरोप है कि मां के निधन के बाद भाई शिवम संपत्ति देने से इनकार कर रहा है। बेटी से अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया है। मामला काफी पुराना है कि इसलिए बच्ची का मेडिकल नहीं कराया जा सका है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। जल्द कार्रवाई होगी।